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अगर आप COVID-19 पॉजिटिव शख्स के संपर्क में आए हैं, तो आपको 14 दिन के लिए क्वॉरन्टीन में रहना पडे़गा. क्वॉरन्टीन में 14 दिनों के लिए शख्स सभी से अलग आइसोलेशन में रहता है. इसे लेकर कई तरह के सवाल भी सामने आ रहे हैं. क्या एकदम अकेले रहना होगा? क्या आप बिल्कुल भी बाहर नहीं जा पाएंगे? क्या बिना लक्षणों के भी आपको सेल्फ-क्वारन्टीन में रहना पडे़गा? इस FAQ में जानिए सभी सवालों के जवाब:
क्या सेल्फ-क्वॉरन्टीन की जरूरत है?
हां. इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप में लक्षण दिख रहे हैं या आप ऐसे देश से आए हैं जहां COVID-19 के केस कम है, और आप स्वस्थ्य हैं. फिर भी आपको घर पर 14 दिनों के लिए क्वॉरन्टीन रहना होगा.
क्वॉरन्टीन में क्या करें, क्या नहीं?
इन बातों का रखें ख्याल:
क्या डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है?
अगर आप में बीमारी के लक्षण हैं, तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है. बुखार, सूखी खांसी, थकान, खराब गला, सिरदर्द और सांस लेने में परेशानी होना इसके लक्षण हैं. लक्षण आने के पास आप आपको स्टेट और डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिस से भी संपर्क करें. आप हेल्पलाइन “104” या भारत सरकार के कंट्रोल रूम के नंबर “+91-11-23978046” पर कॉल कर सकते हैं.
डॉक्टर के पास जाने से पहले उन्हें कॉल करें, ताकि आप ऐसे समय पर जा सकें जब वहां कम लोग हों. मास्क पहने, ताकि इंफेक्शन का रिस्क कम रहे.
कितने दिनों के लिए घर पर रहना होगा?
14 दिन. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, कोरोनावायरस का इंक्यूबेशन पीरियड 14 दिनों का है.
अपने परिवार के सदस्यों को कैसे बचाएं?
ये ध्यान रखें कि वो भी हाइजीन प्रोटोकॉल को फॉलो करें. डिस्टेंस मेंटेन करने और सामान को डिसइंफेक्ट करने के साथ-साथ, ये जरूरी है कि सेल्फ-क्वॉरन्टीन में रह रहे शख्स का परिवार या जो भी उसके साथ रह रहा है, वो घर पर रहे हैं. आसपास की स्वास्थ्य सेवाओं या अस्पताल का नंबर भी रखें. अगर लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत रिपोर्ट करें.
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