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दिल्ली सरकार के कोविड-19 RT-PCR टेस्ट के रेट कम करने के बाद, अब उत्तर प्रदेश और गुजरात में भी कीमतें कम की गई हैं. पूरे देश में रोजाना 10 लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं, और पिछले 10 दिनों से मामलों की संख्या भी 50,000 से कम है. मार्च 2020 के मुकाबले, अब टेस्ट कराना आसान और ज्यादा किफायती हो गया है.
तो, भारत के अलग-अलग राज्यों में कोविड टेस्टिंग का रेट क्या हैं? ICMR की लेटेस्ट गाइडलाइंस के मुताबिक, कौन टेस्ट करा सकता है? जानिए सबकुछ.
सरकारी अस्पताल में RT-PCR टेस्ट कराने के लिए कितने पैसे देने होंगे?
देश के सभी सरकारी अस्पतालों में, कोविड-19 के लिए RT-PCR टेस्ट फ्री में किए जा रहे हैं.
प्राइवेट लैब्स के बारे में क्या? क्या सभी को घर पर और लैब-टेस्टिंग के लिए एक ही राशि देनी होगी?
प्राइवेट लैब्स में कोविड-19 के लिए RT-PCR की कीमतें राज्य सरकारों ने तय की हैं. इसलिए भले ही आप दिल्ली, मुंबई या चेन्नई में एक ही लैब में टेस्ट कराएं, इसकी कीमत अलग हो सकती हैं.
लैब जाकर टेस्ट कराने के मुकाबले घर पर टेस्टिंग थोड़ी ज्यादा महंगी है. इसके रेट भी राज्यों में अलग-अलग हैं.
दिल्ली में टेस्ट कराने के लिए कितने रुपये देने होंगे?
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक, दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों और लैब में टेस्ट 800 रुपये में किए जा रहे हैं, वहीं घर पर ये टेस्ट 1200 रुपये में हो रहे हैं.
30 नवंबर तक, दिल्ली में RT-PCR टेस्ट की कीमत 2400 रुपये थी.
दूसरे किन राज्यों ने कीमतें कम की हैं?
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राइवेट लैब्स में RT-PCR की कीमत को 700 रुपये कर दिया है. वहीं, अगर ये टेस्ट घर पर कराया जाता है तो इसके लिए 900 रुपये देने होंगे.
गुजरात और बिहार सरकार ने भी कीमतों को कम किया है. दोनों राज्यों में प्राइवेट लैब में टेस्टिंग की कीमत 800 रुपये से 1500 रुपये के बीच है.
महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे दूसरे राज्यों में टेस्ट का क्या रेट है?
भारत में कोविड-19 के लिए कौन टेस्ट करा सकता है?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की टेस्टिंग एडवाइजरी के मुताबिक, राज्य सरकारों को सभी को ‘टेस्टिंग ऑन डिमांड’ की अनुमति देनी चाहिए. इसका मतलब है कि अगर किसी शख्स में लक्षण नहीं हैं, या वो किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधा संपर्क में नहीं भी आया है, तो भी वो टेस्ट करा सकता है.
क्या टेस्ट कराने के लिए डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत पड़ेगी?
ICMR के मुताबिक, अब टेस्ट कराने के लिए डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन की आवश्यकता नहीं है.
इससे उन लोगों के लिए टेस्टिंग आसान बन गई है, जो अन्य देशों में या भारत के अंदर ही उन जगहों पर यात्रा कर रहे हैं, जहां प्रवेश के लिए नेगेटिव कोविड-10 टेस्ट अनिवार्य किया गया है.
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