Home News India देश में कोरोना का कोहराम,24 घंटे में रिकॉर्ड 4,12262 केस,3980 मौत
देश में कोरोना का कोहराम,24 घंटे में रिकॉर्ड 4,12262 केस,3980 मौत
बुधवार को 3780 लोगों की मौत हुई थी, जो 1 दिन में कोरोना के कारण हुई सबसे अधिक मौतें थीं.
क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
i
भारत में कई जगह कोरोना के मामले फिर बढ़ रहे हैं.
(फोटो: फिट हिंदी)
✕
advertisement
एक बार फिर कोरोना के डराने वाले आंकड़े सामने आए हैं, गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना के 4,12,262 नए मामले सामने आए और 3980 लोगों की मौत हुई है. ये अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इससे पहले 1 मई को पहली बार यह आंकड़ा 4 लाख के पार पहुंच गया था. और 5 दिन बाद यानी 6 मई को फिर ये आंकड़ा 4 लाख को पार कर गया है. 1 मई- को 4,01,993 नए केस आए थे और 3523 लोगों की मौत हुई थी. वहीं आज उससे भी ज्यादा नए केस सामने हैं और मौतों का आंकड़ा भी सबसे ज्यादा है. बुधवार को 3780 लोगों की मौत हुई थी, जो 1 दिन में कोरोना के कारण हुई सबसे अधिक मौतें थीं.
भारत में पिछले 24 घंटे में COVID19 के 4,12,262 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,10,77,410 हुई. 3,980 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,30,168 हो गई है. देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 35,66,398 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,72,80,844 है.
ये हैं पिछले दिनों के आंकड़े
5 मई- 3,82,315 नए केस- 3780 मौतें
4 मई- 3,57229 नए केस-3,449 मौतें
3 मई - 3,68,14 7 नए केस-3417 मौतें
2 मई- 3,92,488 नए केस- 3689 मौतें
1 मई- 4,01,993 नए केस- 3523 मौतें
30 अप्रैल-3,86,452 नए केस- 3498 मौतें
29 अप्रैल- 3,79,257 नए केस- 3645 मौतें
28 अप्रैल- 3. 60 नए केस- 3293 मौतें
27 अप्रैल- 3.23 नए केस -2,771 मौतें
26 अप्रैल - 3.52 नए केस- 2813 मौतें
25 अप्रैल - 3.49 नए केस- 2767 मौतें
24 अप्रैल - 3.46 नए केस- 2624 मौतें
23 अप्रैल - 3.32 नए केस- 2263 मौतें
इस बीच सरकार के एक शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार ने बुधवार को आगाह किया कि हमें कोरोना वायरस महामारी की नई लहरों के लिए तैयार रहना चाहिए. केंद्र के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर के. विजयराघवन ने कहा, ''फेज तीन निश्चित है, लेकिन सर्कुलेट हो रहे वायरस के हाई लेवल को देखते हुए यह स्पष्ट नहीं है कि फेज तीन किस वक्त आएगा. हमें नई लहरों के लिए तैयार रहना चाहिए.''
दुनियाभर में और भारत में भी नए वेरिएंट पैदा होंगे, लेकिन ट्रांसमिशन को बढ़ाने वाले वेरिएंट के स्थिर होने की संभावना है. इम्यून से बचने वाले वेरिएंट और जो बीमारी की गंभीरता को कम करते हैं या बढ़ाते हैं, वे आगे बढ़ेंगे.’’