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महाराष्ट्र के बाद पंजाब और राजस्थान की सरकारों ने भी कोरोना वैक्सीन की कमी पर चिंता जताई है. इस बीच देश में जारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर घातक साबित हो रही है, पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के करीब 1 लाख 45 हजार मामले सामने आए हैं. वहीं देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से हालात खराब हो रहे हैं.
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि “पंजाब में सिर्फ 5 दिन (5.7 लाख वैक्सीन डोज) की सप्लाई बची है. राज्य में वैक्सीनेशन के मौजूदा स्तर के तहत, 85 हजार से 90 हजार लोगों को कोविड का टीका लगाया जा रहा है. हमें आशा है कि केंद्र जल्द ही वैक्सीन के नए डोज भेजेगा. अगर राज्य वैक्सीनेशन के मौजूदा टारगेट को पूरा करता है तो, हमें रोजाना करीब कोरोना वैक्सीन की 2 लाख की जरुरत होगी, ऐसे में मौजूदा वैक्सीन का स्टॉक सिर्फ 3 दिन के लिए ही बचा है.
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चेतावनी दी है कि “खराब हालात के बीच राज्य में सिर्फ 48 घंटे या उससे कम का कोविड वैक्सीन स्टॉक बचा है. उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत वैक्सीन के 30 लाख डोज भेजने का आग्रह किया है.”
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि “केंद्र सरकार के अनुसार, पंजाब में कोरोना वैक्सीनेशन की दर, देश में सबसे कम है. इसे लेकर लोगों के अंदर काफी गुस्सा है.”
बता दें कि अशोक गहलोत और अमरिंदर सिंह ने 10 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए थे. जिसमें कांग्रेस शासित राज्यों में कोविड से जुड़े हालात की समीक्षा की गई थी.
इससे पहले महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कुछ और राज्यों ने भी देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर राज्यों में वैक्सीन की कमी पर चिंता जताई है और केंद्र सरकार से वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने को कहा है ताकि टीकाकरण अभियान सुचारू रूप से चल सके.
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