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बेहद खतरनाक स्पीड से आगे बढ़ रहे चक्रवाती तूफान 'फानी' के आने से पहले हर जरूरी तैयारियां की जा रही हैं. इसके चलते किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए सभी विभागों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. ONGC ने बंगाल की खाड़ी में स्थित अपने साइट से लगभग 500 स्टाफ को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया है.ओड़िशा के निचले क्षेत्रों से करीब 8 लाख लोगों को निकालने की कोशिश हो रही है. इसके लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. फानी कल 3 मई को ओडिशा के तट से टकरा सकता है.
PM मोदी ने दिल्ली में फानी तूफान की तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाई लेवल बैठक की. मीटिंग में कैबिनेट सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, मौसम विभाग और NDRF के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.
फानी तूफान के खतरे को देखते हुए एयरपोर्ट अथॉरटी को भी अलर्ट पर रहने को कहा गया है. सिविल एविएशन मिनिस्टर सुरेश प्रभु ने बताया कि सभी अथॉरिटी तूफान से पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. ओडिशा के अलावा पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिनाडु में भी फानी तूफान का असर देखने को मिल सकता है. इसीलिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सभी कोस्टल एयरपोर्ट को अलर्ट जारी किया है.
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बीपी सेठी के मुताबिक तटीय जिलों के निचले और चपेट में आने वाले क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. इसके लिए लोगों को 880 चक्रवात केंद्रों, स्कूल और कॉलेज की इमारतों और अन्य सुरक्षित ठिकानों पर ले जाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आठ लाख लोगों को निकालने का काम देश में अब तक का ऐसा सबसे बड़ा अभियान है. एसआरसी ने बताया कि रेस्क्यू किए गए लोगों को खाना देने के लिए मुफ्त रसोई की व्यवस्था की गई है.
फानी तूफान की तीव्रता को देखते हुए रेलवे ने एहतियाती कदम उठाए हैं और ईस्ट कोस्ट रेलवे ने कुछ ट्रेनों को कैंसिल किया है. वहीं कुछ ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए हैं. इसके पीछे की वजह बताया जा रहा है कि चक्रवाती तूफान 'फोनी' को लेकर यहां के कई इलाकों में चेतावनी जारी की है जिसको ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ये कदम उठाया है. इसके अलावा पुरी से हावड़ा के बीच दो स्पेशल ट्रेनें भी चलाई गईं.
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