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दलित कार्यकर्ता अरविंद बनसोड की मौत के बाद अब महाराष्ट्र पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस केस में जो आरोपी है वो NCP नेता और महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के रिश्तेदार हैं. इसलिए अब सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे में पुलिस निष्पक्ष तरीके से काम करेगी?
मांग की जा रही है कि अब केस की जांच CBI को सौंपी जानी चाहिए. दलित नेता प्रकाश अंबेडकर ने कहा-
अरविंद बनसोड नागपुर जिले की नरखेड तहसील के पिम्पलधारा गांव के रहने वाले थे. अपने मित्र गजानन राउत के साथ कुछ सामान खरीदने 27 मई को अपने घर से बाहार निकले थे, तभी मोटर साईकल से जाते वक्त LPG गैस एजेंसी की फोटो खींची. इसके बाद एजेंसी का मालिक मितिलेश उमरकरला नाराज हो गया और अरविंद और उसके दोस्त गजानन के साथ कहा सुनी हो गई.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बाद बनसोड ने राउत को मोटरसाइकिल में पेट्रोल भरवाने को कहा. इस बीच उन्होंने नजदीकी दुकान से कीटनाशक खरीदा. उन्होंने बताया कि जब राउत घटना स्थल पर लौटा तो बनसोड जमीन पर पड़े हुए मिले. बाद में अरविंद को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 29 मई को उनकी मौत हो गई.
आरोप लग रहे हैं की LPG गैस एजेंसी का मालिक एनसीपी का पधाधिकारी है और गृहमंत्री अनिल देशमुख का करीबी है. इसलिए उसे पुलिस बचा रही है. आपको बता दें कि नरखेड तहसील कटोल विधानसभा क्षेत्र में आती है. इसका प्रतिनिधित्व अनिल देशमुख ही करते है.
प्रकाश अम्बेडकर ने इस मामले में ट्वीट कर अरविंद को न्याय दिलाने की माँग की है,सोशल मीडिया पर भी लोग #JusticeforArvindBansode इस हैशटैग के साथ ट्वीट भी कर रहे हैं.
इस मामले में दोषियों पर कारवाई की मांग तेज हो रही है.
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