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सूट-बूट पर कमेंट करने वाले बलिया के डीएम को सोशल मीडिया पर दलितों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. बलिया के डीएम भवानी सिंह ने दलित कार्यकर्ताओं के महंगे कपड़ों और जूतों पर कमेंट किया था. इससे भड़के दलितों ने उनका अनोखे अंदाज में विरोध शुरू कर दिया.
उन्होंने ट्विटर पर हैशटेग #ShoesfortheDM के साथ महंगे जूते, गाड़ियां और सूट-बूट पहने अपनी तस्वीरें पोस्ट करनी शुरू कर दीं.
दरअसल, बलिया के एक स्कूल में दलित छात्रों को अलग बिठा कर केले के पत्ते में मिड डे मील परोसने के वीडियो वायरल होने के बाद दलित कार्यकर्ताओं का एक दल उनसे मामले की जांच कराने की मांग करने पहुंचा था. इस पर डीएम ने उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि पच्चीस लाख की गाड़ी और महंगे जूते पहन कर सफेदपोश आए हैं. लेकिन डीएम को मामले को हल्के में लेना और दलित कार्यकर्ताओं का मजाक उड़ाना भारी पड़ गया.
न्यूज एजेंसी एएनआई और सोशल मीडिया पर कमेंट करते डीएम का वीडियो पोस्ट होते ही दलितों का गुस्सा भड़क उठा. इसके बाद देश-विदेश से दलितों ने अपनी गाड़ियों, महंगी घड़ियों और सूट-बूट पहने अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करनी शुरू कर दी. कइयों ने डीएम के बयान की कड़ी निंदा की है.
कुछ लोगों ने लिखा कि यह है कुछ कथित पढ़े-लिखे अपर कास्ट लोगों की मानसिकता .ये सूट-बूट पहने और कार चलाने वाले दलितों से नफरत करते हैं. उन्होंने लिखा, डीएम अपर कास्ट सामंती मानसिकता के प्रतीक हैं.
एक ट्विटर ने लिखा इनके पास तब पर्सनल लाइब्रेरी थी, जब तुम्हारे पास पहनने को कपड़े नहीं थे.
हालांकि, इस वीडियो के वायरल होने के बाद डीएम ने बलिया के स्कूल में मिड डे मील परोसने के दौरान दलित बच्चों को अलग बिठाने के मामले की जांच कराने का वादा किया है.
कई दलितों ने लिखा- देश के अपर कास्ट को पढ़ा-लिखा, मुखर और अच्छे कपड़े पहनने वाले दलित पसंद नहीं हैं. ये उनसे नफरत करते हैं.
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