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भारत में दलित-आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को प्रताड़ित करने की खबरें आती ही रहती हैं. पिछले कुछ दिनों में ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से तीन ऐसे लगातार मामले सामने आए हैं, जिसने जनमानस को झकझोर कर रख दिया. आइए आपको अत्याचार की इन 3 कहानियों को एक साथ बताते हैं.
4 जुलाई को मध्य प्रदेश के सीधी जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया वायरल हुआ, जिसमें देखा गया कि दशमत नाम के एक आदिवासी मजदूर पर प्रवेश शुक्ला नाम का एक व्यक्ति बड़े ही सुकून से पेशाब करते हुए दिखाई दे रहा था. यह घटना सीधी जिले के कुबरी गांव बहरी थाना क्षेत्र की थी. आदिवासी व्यक्ति पर बीजेपी नेता करीबी होने के भी आरोप लगे लेकिन बीजेपी की तरफ से इसका खंडन किया गया. प्रवेश शुक्ला को 4 जुलाई की देर रात गिरफ्तार कर लिया गया.
दशमत ने क्विंट हिंदी से बात करते हुए बताया कि रात के करीब 10 बजे थे और मैं एक दुकान के बाहर सीढ़ियों पर बैठा था, तभी वह (प्रवेश शुक्ला) आया और मेरे ऊपर पेशाब कर दिया. मैंने ऊपर देखा ही नहीं. मैंने उस वक्त उसका चेहरा भी नहीं देखा था. और मैंने इस बारे में किसी से बात नहीं की.
इसके बाद मामले का संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए ऐलान किया कि आरोपी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद प्रवेश शुक्ला के घर पर बुल्डोजर चलवा दिया गया.
मध्य प्रदेश में इंसानियत एक बार फिर शर्मसार हुई, जब सीधी के पेशाब कांड के बाद ग्वालियर से एक और मामला सामने आया. रिपोर्ट के मुताबिक कुछ बदमाशों ने एक मुस्लिम युवक का कार में अपहरण करके उसे बुरी तरह चप्पल से पीटा और तलवे चटवाए. वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की.
ग्वालियर की डबरा तहसील में रहने वाले कुछ युवकों पर इस अपराध को अंजाम देने का देने का आरोप लगा, जो वायरल हुए वीडियो में नजर आ रहे थे. कार के अंदर आरोपी खुद को गुर्जर बताते देखे गए.
जानकारी के मुताबिक आरोपियों और युवक के बीच पुराने विवाद की बात सामने आई. ये सभी डबरा के रहने वाले हैं. इस मामले में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
8 जुलाई को सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का एक वीडियो वायरल हुआ. वीडियो में देखा गया कि एक दबंग लाइनमैन ने बिजली का तार जोड़ने पर दलित जाति के एक युवक को पहले बुरी तरह पीटा और फिर अपना चप्पल चटवाया. पीड़ित ने आरोप लगाया कि पहले आरोपी लाइनमैन ने उसकी पिटाई की और इसके बाद उससे अपना चप्पल चटवाया और लोगों के सामने ही उससे कान पकड़कर उठक-बैठक करवाई. इसके अलावा फिर कभी ऐसा करने पर इससे भी बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा कि डीजीपी यूपी ने घटना का संज्ञान लिया है और डीआइजी रेंज को घटनास्थल का दौरा करने का निर्देश दिया है. एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है. डीजीपी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
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