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वीडियो इनपुट: पीयूष राय, विवेक मिश्रा
वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी
वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
उत्तरप्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से दलितों पर अत्याचार की कहानियां सामने आ रही हैं. आजमगढ़ और चंदौली के बाद इस हफ्ते में दलित उत्पीड़न की तीसरी बड़ी घटना कानपुर से आई है.
कानपुर में एक दलित युवक को पेड़ से बांधकर पीटा गया. इतना ही नहीं युवक के प्राइवेट पार्ट पर डंडे से हमला करने की भी कोशिश की गई. मामला दलित युवक और ओबीसी युवती के आपसी संबंधों से जुड़ा बताया जा रहा है.
बता दें चंदौली जिले के बर्थरा कला गांव की दलित बस्ती में साधारण से विवाद पर दबंगों ने दलित बस्ती पर हमला कर महिलाओं समेत स्थानीय निवासियों की जमकर पिटाई की और कई झोपड़ियों में भी आग लगा दी.
वहीं इससे पहले आजमगढ़ के पलिया गांव में रात में गश्त पर पहुंची पुलिस ने दलित प्रधान मुन्ना पासी समेत कई लोगों का घर जेसीबी मशीन से ढहा दिया था. गांव की महिलाओं का आरोप है कि इस दौरान पुलिसवालों ने लूटपाट भी की.
कानपुर के अकबरपुर में हुई घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है. एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.
घटना थाना अकबरपुर के ग्राम आघू कमालपुर की है. क्षेत्र के अपर पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में बताया, "20 वर्षीय दलित युवक के साथ कुछ लोगों ने बुरे तरीके मारपीट की है. वायरल वीडियो के आधार पर मुकदमा पंजीकृत करवाया गया है. अब गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई जाएंगी. अब तक एक युवक को गिरफ्तार किया जा चुका है. वीडियो में दिख रहे दो अन्य की गिरफ्तारी की कोशिशें की जा रही हैं."
चंदौली जिले के बर्थरा कला गांव में दबंगों ने दलितों की बस्ती में जमकर उत्पात मचाया. यहां साधारण विवाद के बाद कई लोगों ने मिलकर दलितों की बस्ती पर हमला कर दिया, जिसमें महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की गई. इतना ही नहीं, दलितों के विरोध करने पर दबंगों ने उनकी झोपड़ियां भी जला दीं. घटना गुरुवार की है, पर इसका वीडियो शुक्रवार को सामने आया.
आरोपों के मुताबिक, आजमगढ़ के पलिया गांव में एक छेड़छाड़ की घटना के बाद पुलिस वहां जांच करने पहुंची थी. जिसके बाद दलित ग्राम प्रधान मुन्ना पासवान से मारपीट की गई. प्रधान के समर्थकों ने भी पुलिस के साथ मारपीट की. ग्रामीणों का आरोप है कि रात में दबिश देने आई पुलिस ने JCB से प्रधान समेत पासी समाज के कुछ मकानों को तहस-नहस कर दिया और उनके जेवर और कीमती सामान लूट ले गए. पुलिस पर महिलाओं से अभद्रता करने का भी आरोप है.
इस मामले में अबतक प्रियंका गांधी, मायावती, चंद्रशेखर आज़ाद समेत तमाम विपक्षी दलों ट्वीट कर नाराजगी जताई है. प्रधान के परिवार वालों की मांग है कि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ गांव में आएं और स्थिति को देखकर उचित कार्रवाई करें.
उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने दलितों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं और पंचायत चुनाव में हुई हिंसा को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
मायावती ने आगे कहा, "अब आजमगढ़ की तरह चंदौली जिले के बर्थरागांव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उनका उत्पीड़न किया गया, क्या यही इनका दलित प्रेम है? दुख यह है कि अब भी केंद्र व यूपी सरकार के दलित मंत्री चुप हैं. क्यों. यह अति-चिंतनीय है."
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