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बिहार की सभी प्रमुख नदियों में उफान जारी है, इस बीच बाढ़ की राज्य के 16 जिलों की 69 लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है. बाढ़ की वजह से अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. राज्य सरकार भी बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में 6000 रुपये पहुंचाकर आर्थिक मदद देने में जुटी हुई है.
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों के कुल 124 प्रखंडों की 1,185 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं, इन क्षेत्रों में करीब 69 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है.
बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 33 टीमें राहत और बचाव का काम कर रही हैं,अब तक 4,81,939 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है.
बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युट्स रिलीफ के अंतर्गत 6,000 रुपये की राशि दी जा रही है. अभी तक 4,50,129 परिवारों के बैंक खाते में कुल 270़80 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है, ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है.
इस बीच, राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, बागमती जहां ढेंग, सोनाखान, कटौंझा, बेनीबाद और हायाघाट के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, वहीं बूढ़ी गंडक सिकंदरापुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसड़ा रेल पुल और खगड़िया में लाल निशान के ऊपर है. इधर, कमला बलान जयनगर और झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर है. गंगा नदी कहलगांव में लाल निशान के ऊपर है, जबकि घाघरा और अधवारा भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
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