advertisement
हेग में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई के दौरान भी पुलवामा हमले का असर दिखा. पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने जब भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव दीपक मित्तल के पास हाथ मिलाने पहुंचे, तो मित्तल ने मंसूर खान से हाथ मिलाने के बजाय दूर से ही नमस्ते कर ली.
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में कुलभूषण जाधव केस की सुनवाई से पहले दोनों देशों के प्रतिनिधि एक-दूसरे से मुलाकात कर रहे थे. इसी दौरान पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव दीपक मित्तल की ओर हाथ बढ़ाया, लेकिन मित्तल ने उन्हें हाथ जोड़कर दूर से ही नमस्ते कह दी.
बता दें, कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत, पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए कूटनीति का इस्तेमाल कर रहा है. पुलवामा हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. इस हमले के बाद ही भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का खिताब भी वापस ले लिया है.
हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में कुलभूषण जाधव केस की सुनवाई मंगलवार तक टल गई है. वकील हरीश साल्वे ने सोमवार को सुनवाई के दौरान भारत और कुलभूषण जाधव का पक्ष रखा.
कुलभूषण जाधव को अप्रैल 2017 में पाकिस्तानी मिलिट्री कोर्ट ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में फांसी की सजा सुना दी थी. पाकिस्तानी मिलिट्री कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ भारत ने ICJ का रुख किया था. भारत का कहना है कि इंडियन नेवी के रिटायर्ड अफसर जाधव को ईरान से अगवा किया गया था, जहां उनका बिजनेस था.
बीती 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए एक आत्मघाती आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 45 जवान शहीद हो गए थे. गुरुवार दोपहर जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने आईईडी से भरे अपने वाहन को सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही एक बस से टकरा दिया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)