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Delhi Flood: दिल्ली बाढ़ से कराह रही है. यमुना नदी में बढ़े जलस्तर के कारण देश की राजधानी पानी- पानी हो गयी है. लोग अपने घर छोड़ कर तंबू और टेंट में रहने को मजबूर हैं. सड़कें पानी से भरी हुई हैं और वाहन नाव की तरह तैरते नजर आ रहे हैं. किसी को जाने के लिए बस नहीं मिली रही है तो किसी को खाने की समस्या आ रही है. इस बीच, क्विंट हिंदी ग्राउंड जीरो से लगातार दिल्ली की स्थिति से लोगों को रूबरू करा रहा है.
हम दिल्ली के ITO, राजघाट और लाल किला समेत कई इलाके में पहुंचे और वहां की स्थिति का हाल जाना. ITO के पास पहुंचे तो देखा कि पानी का लेवल बढ़ने से यहां पर ड्रेन कंट्रोलर मुड़ गया है, और यहीं से शहर के मेन इलाकों में पानी घुस रहा है.
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के सुपरिटेंडेंट प्रजीत रेक ने क्विंट हिंदी से बात करते हुए कहा, "हमारे 200-250 लेबर लगे हुए हैं. इसके अलावा 20 लोग सेना के भी साथ हैं, जो पूरी प्रक्रिया को ठीक करने में लगे हैं."
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "महिलाओं को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें टॉयलेट और सेनेटरी पैड की दिक्कत हो रही है. टॉयलेट के इंतजाम के लिए हम सरकार से बात कर रहे हैं. हमारी टीम ने सेनेटरी पैड बांटे हैं. तीन महिलाएं मिली हैं,जो गर्भवती हैं, हमारी टीम उन्हें डॉक्टरों के पास ले गयी है."
ITO की मेन रोड पर पूरा पानी हुआ था, लोग ऑफिस जाने के लिए परेशान हो रहे थे, और पानी में उतर कर जा रहे थे. कुछ ऐसा ही हाल पुराना किला और राजघाट के पास का है, जहां चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी है.
नेबरहुड वूफ संस्थान की आयशा ने कहा कि कई कुत्तों को रेस्क्यू किया गया है. चूहे पेड़ पर जाकर बैठ गये हैं. उन्हें मदद की पहुंच जरूरत है. शांति वन में सड़कों की स्थिति नदियों जैसी हो चुकी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें बिजली-पानी की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. पीने के लिए भी पानी नहीं मिल रहा है और स्वीपर भी नहीं आ रहे हैं.
दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को देखने के लिए देखें पूरी ग्राउंड रिपोर्ट.
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