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राजधानी दिल्ली (Delhi) के जोर बाग मेट्रो स्टेशन (Jor Bagh Metro Station) पर गुरुवार, 2 जून को एक महिला के साथ कथित तौर पर यौन दुर्व्यवहार (Sexual Harassment) का मामला सामने आया. महिला ने आरोप लगाया है कि जब उनसे इसकी जानकारी मेट्रो स्टेशन पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों को दी तो उन्होंने कोई मदद नहीं की. DCP रेलवे और दिल्ली मेट्रो हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि पुलिस CISF अधिकारी पर मदद नहीं करने के आरोपों की जांच कर रही है.
ट्विटर पर घटना के बारे में लिखते हुए महिला ने बताया कि कैसे एक व्यक्ति ने दिल्ली मेट्रो की पीली लाइन पर पता पूछने के लिए उससे मदद मांगी. महिला के अनुसार जोर बाग मेट्रो स्टेशन पर उतरने के बाद, जब वह कैब बुक कर रही थी, तब वह आदमी फिर से प्लेटफॉर्म पर उसके पास पहुंचा.
महिला ने बताया कि वह दूसरे पुलिसकर्मियों को खोजने के लिए ऊपर गई जो उसे सीसीटीवी कंट्रोल रूम में ले गए जहां उसने फुटेज में आरोपी की पहचान की.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि यह घटना उनकी जानकारी में तब आई जब महिला ने आधी रात के आसपास सोशल मीडिया पर अपने अनुभव के बारे में पोस्ट किया.
डीसीपी रेलवे और दिल्ली मेट्रो हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस CISF अधिकारी द्वारा मदद नहीं करने के आरोप की भी जांच कर रही है.
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा महिलाओं और बच्चों के लिए स्पेशल पुलिस यूनिट (SPUWAC) शिकायतकर्ता महिला की काउंसलिंग और सभी आवश्यक मदद देने के लिए नियमित रूप से संपर्क में है.
इस बीच, दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है. DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि
यौन दुर्व्यवहार के इस मामले के सामने आने के बाद दिल्ली मेट्रो रेल को-ऑपरेशन (DMRC) ने कहा है कि "एक संगठन के रूप में DMRC अशोभनीय व्यवहार और यौन उत्पीड़न के लिए जीरो-टॉलरेंट है. हम हर समय यात्रा करने वाली जनता के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
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