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गर्मियां आने से पहले ही उत्तर भारत में गर्मी ने सितम ढाना शुरू कर दिया है. 30 मार्च को दिल्ली के कुछ इलाकों में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक पश्चिमी और मध्य भारत में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी.
मौसम विभाग ने कहा, "अगले 4-5 दिनों तक मध्य और पश्चिम भारत में हीटवेव के जारी रहने की संभावना है और 1-3 अप्रैल के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में हीटवेव की तीव्रता में कमी आएगी."
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के आठ मौसम केंद्रों ने अपना अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया. नरेला में 41.7 डिग्री सेल्सियस, पीतमपुरा में 41.4 डिग्री सेल्सियस और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्टेशनों पर तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पिछले करीब पचास सालों में ये दिल्ली में मार्च का सबसे गर्म दिन रहा है. 1973 में मार्च में पारा 39.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, वहीं पिछले साल दिल्ली में मार्च में तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.
रिपोर्ट ने नॉन-प्रॉफिट ग्रीन थिंक टैंक क्लाइमेट ट्रेंड्स के हवाले से बताया कि मार्च के सेकेंड हाफ में पिछले तीन वर्षों में अधिकतम तापमान में वृद्धि देखी गई है.
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