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दिल्ली NCR की बिगड़ती एयर क्वालिटी (Air Quality) को देखते हुए, एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM-Commission of Air Quality Management) ने मंगलवार, 7 दिसंबर को गैस बुनियादी ढांचे और सप्लाई की उपलब्धता के बावजूद इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में पीएनजी (Piped Natural Gas) या क्लीनर ईंधन पर नहीं चलने वाले उद्योगों को तत्काल बंद करने का आदेश दिया है.
आयोग के क्लीनर ईंधनों के नीतिगत निर्देशों में हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों को उन उद्योगों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है जो पहले से ही पीएनजी आपूर्ति से जुड़े हैं. यह सुनिश्चित करना होगा कि वे उद्योग किसी भी अन्य कोयला जैसे प्रदूषणकारी ईंधन का उपयोग नहीं कर रहे हों.
एजेंसियों के द्वारा राज्यों को निर्देश दिया गया है कि एनसीआर में अन-अप्रूव्ड ईंधन के उपयोग को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखने और चूक करने वाली इंडस्ट्रियल यूनिट्स पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
राज्यों को एनसीआर क्षेत्र के जिलों के भौगोलिक क्षेत्रों में आने वाली इंडस्ट्रीज में गैस की आपूर्ति के लिए अधिकृत संस्थाओं से चर्चा करके व्यापक कार्य योजना विकसित करने के लिए भी कहा गया था, जिससे सभी बचे हुए औद्योगिक क्षेत्रों में पीएनजी और बुनियादी ढांचे की आपूर्ति सही तरीके से हो सके.
यह भी निर्देश दिया गया कि एनसीआर में सभी इंड्स्ट्री जहां गैस कनेक्टिविटी उपलब्ध है, उन्हें तुरंत राज्य सरकारों को ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
Commission of Air Quality Management ने दिल्ली-एनसीआर की बिगड़ती एयर क्वालिटी और खराब करने वाले विभिन्न स्थलों के निरीक्षण के लिए फ्लाइंग स्क्वॉड को भी नियुक्त किया है.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एयर क्वालिटी मंगलवार की सुबह 'खराब' श्रेणी में बनी हुई है, जिसका एयर क्वालिटा इंडेक्स (AQI) 314 है.
इस बीच, एनसीआर क्षेत्र नोएडा और गुरुग्राम की एयर क्वालिटी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है. गुरुग्राम और नोएडा में AQI सुबह 07:30 बजे क्रमशः 317 और 325 दर्ज किया गया.
बता दें कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 को 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 को 'बहुत खराब' व 401 और 500 को 'गंभीर' माना जाता है.
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