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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में इस बार डेंगू (Dengue) के मच्छरों ने ऐसा आतंक मचाया कि इस बार डेंगू के रिकार्ड तोड़ मामले दर्ज किए गए. सोमवार को जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार, इस साल डेंगू के 5,277 मामले सामने आए हैं. वहीं एक हफ्ते में 2,569 डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई है.
पिछले महीने 23 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने कहा था कि दिल्ली अब डेंगू के खिलाफ लड़ाई जीतने के "बहुत करीब" है. लेकिन इस बार आए आंकड़े कुछ अलग ही तस्वीर पेश कर रहे हैं.
दिल्ली नगर निगम की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में सामने आया है कि नवंबर महीने की 13 तारीख तक ही अकेले 3,740 डेंगू के मामले सामने आए, तो वहीं इस साल डेंगू से अब तक 9 मौतें दर्ज की गई हैं.
पिछले कुछ सालों में बात करें तो 2016 और 2017 में डेंगू के कारण 10-10 मौतें हुई थीं. वहीं 2018, 2019 और 2020 में 4, 2 और 1 मौत हुई और इस साल अब तक 9 मौत दर्ज हुई हैं. डेंगू ही नहीं दिल्ली मलेरिया और चिकनगुनिया से भी परेशान है.
पिछले महीने मुख्यमंत्री ने 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट' अभियान की शुरुआत की जिसके बाद डेंगू से लड़ने वाली दवाओं का छिड़काव भी तेज किया था जिसके बावजूद आज हालात गंभीर है. इसे लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि,
पिछले साल पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने जलभराव, पेड़ों या उसकी शाखाओं के गिरने के बारे में रिपोर्ट करने के लिए चौबीसों घंटे हेल्पलाइन शुरू की थी ताकि डेंगू के फैलने को रोका जा सके. इसके अलावा घरों में मच्छरों के प्रजनन की जांच के लिए अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण भी करते हैं.
2017 में दिल्ली के एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त करने के वादे के अलावा डेंगू और चिकनगुनिया से मुक्त करने का वादा कर डेंगू को हराने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई थी. तब केजरीवाल ने कहा था कि, "एक साल के अंदर हम दिल्ली में स्वच्छता सेवाओं को बदल देंगे और तीन साल के अंदर दिल्ली को डेंगू और चिकनगुनिया से मुक्त कर देंगे."
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