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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 21 महीने बाद नोटबंदी की फाइनल रिपोर्ट जारी की है उसके मुताबिक बंद किए गए 500 और 1000 के 99.3 परसेंट नोट रिजर्व बैंक के पास वापस आ गए हैं.
आरबीआई ने बुधवार को सालाना रिपोर्ट में बताया है कि नोटबंदी से सिर्फ 13 हजार करोड़ रुपए के नोट नहीं लौटाए गए. नोटबंदी के वक्त सिस्टम में 15 लाख 44 हजार करोड़ रुपए कीमत के 500 और 1000 के नोट थे. उसमें से 15 लाख 31 हजार करोड़ बैंकों के जरिए वापस आ गए. मतलब नोटबंदी कालाधन जो लौटा वो करीब 13 हजार करोड़ रुपए ही रहा.
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आरबीआई की सालाना रिपोर्ट के सामने आने के बाद विपक्ष ने सरकार से नोटबंदी को लेकर सवाल उठाया है. कांग्रेस ने पूछा है कि जब 99.3% पैसा वापस आ गया तो नोटबंदी का फायदा क्या हुआ. पीएम मोदी ने कहा था कि नोटबंदी की मदद से सिस्टम से काला धन बाहर हो जाएगा लेकिन अब साफ है कि नोटबंदी फेल साबित हुई है.
करीब दो साल पहले 8 नवंबर 2016 को रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेलीविजन चैनलों में लाइव टेलीकास्ट से नोटबंदी का ऐलान किया है. जिसमें 500 और 1000 के नोट तुरंत बंद कर दिए गए थे. पुराने नोटों को 50 दिन के अंदर बैंकों में वापस जमा करने का वक्त दिया गया था. विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए वक्त जुलाई 2017 तक था.
पीएम मोदी ने दावा किया था कि नकली नोट, कालाधन, आतंकवाद, नक्सलवाद की कमर तोड़ने के लिए नोटबंदी जरूरी है.
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