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भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) पर देवघर एयरपोर्ट से जबरदस्ती अनुमति लेकर उड़ान भरने के आरोप में शनिवार को एफआईआर दर्ज की गई थी.
अब दिल्ली पुलिस ने निशिकांत दुबे की शिकायत पर देवघर डिप्टी कमिश्नर/कलेक्टर और झारखंड पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें राजद्रोह की धारा भी लगाई गई है. एफआईआर में कहा गया है कि देवघर डिप्टी कमिश्नर और झारखंड पुलिस के अधिकारियों ने "देवघर एयरपोर्ट के प्रतिबंधित क्षेत्र" में प्रवेश कर "राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है.
शनिवार को निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी के अलावा, निशिकांत दुबे के दो बेटों को भी एफआईआर में आरोपी बनाया गया था. दुबे और तिवारी झारखंड की दुमका पीड़िता से मिलने के लिए निजी चार्टर्ड प्लेन से पहुंचे थे. देवघर एयरपोर्ट में रात में उड़ान भरने की सुविधा नहीं है. आरोप है कि दुबे, तिवारी और उनके सहयोगियों ने एयरपोर्ट के एटीसी में जाकर, अपने रसूख का इस्तेमाल करके दबाव डालकर अनुमति ली और प्लेन को उड़वाया. बता दें निशिकांत दुबे देवघर एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी के अध्यक्ष भी हैं.
एफआईआर में कहा गया है कि देवघर एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी के अध्यक्ष, सांसद निशिकांत दुबे ने नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 124 ए (राजद्रोह), 353 (सार्वजनिक कर्मचारी को उसके कर्तव्यों से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग या हमला), 201 (सबूतों को गायब करना), 506 (आपराधिक धमकी), 120B (आपराधिक साजिश) और ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है."
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक देवघर के डेप्यूटी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि एफआईआर पूरी तरह बेबुनियाद है और 100 फीसदी गढ़ी गई है. एफआईआर जानबूझकर दर्ज करवाई गई है, क्योंकि वे सिक्योरिटी प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए पाए गए थे. जांच में सबकुछ सामने आ जाएगा.
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