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मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरा वाहन मिलने के बाद जैश-उल-हिंद का एक लेटर वायरल हुआ था जिसमें इस संगठन ने विस्फोटक से भरे वाहन की जिम्मेदारी ली थी, हालांकि अब एक और लेटर के जरिए इसे फर्जी बताया गया है.
इस मामले में 25 फरवरी को मुंबई पुलिस ने जैश-उल-हिंद के कनेक्शन से इनकार कर दिया है.
मीडिया में प्रसारित इस लेटर में दावा किया गया था कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरे वाहन की जिम्मेदारी किसी संगठन ने ली है. इस लेटर के हवाले से कहा गया था कि, ‘यह सिर्फ ट्रेलर है, पिक्चर बाकी है.’
इस लेटर में आगे मुकेश अंबानी को धमकी दी गई थी और उन्हें एक पते पर पैसे भेजने को कहा गया था.
मुकेश अंबानी को धमकी से जुड़ा यह लेटर भारतीय मीडिया में तेजी से प्रसारित हुआ. इसके बाद सोमवार को जैश-उल-हिंद ने लेटर जारी करके इस बात का खंडन किया और कहा कि उनका संगठन किसी भारतीय बिजनेस के खिलाफ नहीं है.
इस संगठन ने कहा कि, उन्हें इस बात की जानकारी थी कि उनके नाम से एक टेलीग्राम अकाउंट चल रहा है. जैश-उल-हिंद ने कहा कि इस पोस्टर के जरिए हम यह साफ करना चाहते हैं कि जैश-उल-हिंद का मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी कार की घटना से कोई संबंध नहीं है. इस संगठन ने कहा कि टेलीग्राम अकाउंट और पोस्टर से जैश-उल-हिंद का कोई लिंक नहीं है.
द क्विंट को एंटी टेरेरिज्म स्क्वॉड और मुंबई पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को इस मामले में जैश-उल-हिंद का कोई संबंध नजर नहीं आया.
मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मिलने के बाद, इस मामले की जांच के लिए पुलिस ने कई टीमें बनाई थीं. विस्फोटक से भरी यह स्कॉर्पियो कुछ दिन पहले चोरी हो गई थी, जबकि गाड़ी में बरामद जिलेटिन की छड़ें नागपुर की सोलर एक्सप्लोसिव लिमिटेड में बनी थी.
इस स्कॉर्पियो से एक लेटर भी बरामद हुआ था जिसमें लिखा गया था कि नीता भाभी और मुकेश भैया और फैमिली, और परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी.
इस लेटर में यह भी लिखा था कि “एक झलक है ये, अगली बार ये सामान पूरा कनेक्ट होकर आएगा. ओरिजिनल गाड़ी में आएगा. तुम्हारी पूरी फैमिली को उड़ाने का इंतजाम हो गया है. संभल जाना गुड नाइट.”
मुंबई पुलिस अभी तक गाड़ी से बरामद इस धमकी भरे खत की सत्यता को लेकर न पुष्टि की है और ना ही इसे नकारा है.
IANS के अनुसार, पुलिस द्वारा जब्त इस वाहन को लेकर काफी संशय है, व्हीकल का रजिस्ट्रेशन नंबर, अंबानी परिवार की सुरक्षा में लगे वाहन के जैसा है.
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख, मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के साथ-साथ गृह और इंटेलीजेंस विभाग के अधिकारी इस मामले की जांच की निगरानी कर रहे हैं.
इस मामले में गामदेवी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है. इनमें विस्फोट और आपराधिक साजिश जैसी धाराएं शामिल हैं.
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