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200 करोड़ वैक्सीन मिलने के सरकार के दावे पर संदेह- डॉ गगनदीप कांग

वायरोलॉजिस्ट डॉ. कांग ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन बनाने की क्षमता अभी तक बढ़ी नहीं है.

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वायरोलॉजिस्ट डॉ. गगनदीप कांग
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वायरोलॉजिस्ट डॉ. गगनदीप कांग
(फोटो: Altered by Quint)

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देश की टॉप वायरोलॉजिस्ट में से एक, डॉ. गगनदीप कांग ने सरकार के अगले पांच महीनों में 200 करोड़ वैक्सीन आने के दावे पर सवाल उठाया है. डॉ. कांग ने कहा कि पिछले साल भी वैक्सीन के स्टॉक को लेकर दावे किए गए थे, लेकिन वो सच नहीं हुए. वायरोलॉजिस्ट ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन बनाने की क्षमता अब तक बढ़ी नहीं है.

मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में डॉ. कांग ने कहा कि उन्हें ‘200 करोड़ वैक्सीन’ के दावे पर संदेह है. उन्होंने कहा, “अगर आप पिछला साल याद करेंगे, तो हमें कहा गया था कि दिसंबर तक सीरम वैक्सीन के 10 करोड़ डोज तयार कर लेगा और भारत बायोटेक भी लाखों डोज तैयार करेगा. हमारे पास वैक्सीन का एक बड़ा स्टॉक होगा. हमें पता चला कि ऐसा नहीं है.”

डॉ. कांग ने कहा कि इसलिए उन्हें संदेह है कि अगले पांच महीनों में 200 करोड़ वैक्सीन तैयार हो जाएंगी.

डॉ. कांग ने भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन और जायडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन को लेकर भी सवाल खड़े किए. डॉ. कांग ने कहा कि नेजल वैक्सीन कई रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के खिलाफ ज्यादा असरदार नहीं होतीं.

“ये एक अच्छा सॉल्यूशन नजर आता है, और मैं उम्मीद करती हूं कि ये काम करे, लेकिन मैं डेटा देखना चाहूंगी. और डीएनए वैक्सीन, हमारे पास इंसानों के लिए कभी भी लाइसेंस प्राप्त डीएनए वैक्सीन नहीं थीं. मैं इसे सपोर्ट करूंगी, लेकिन ये सोचने से पहले कि ये अच्छा एडिशन है, मैं तीसके फेज का डेटा देखना चाहती हूं.”
मनीकंट्रोल से डॉ. गगनदीप कांग

डॉ. कांग ने कहा कि वो उम्मीद करती हैं कि सरकार सही साबित हो, लेकिन ये देखने के लिए इंतजार करना होगा.

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“केंद्र को देनी चाहिए वैक्सीन”

18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए राज्य सरकारों को ओपन मार्केट से वैक्सीन खरीदनी पड़ रही है. इसपर डॉ. कांग ने कहा, “हमेशा से ऐसे ही रहा है कि नेशनल इम्युनाइजेशन प्रोग्राम के लिए खरीदी गई वैक्सीन हमेशा केंद्र खरीदता है और राज्यों को बांटता है. पिछले अगस्त में, सरकार ने राज्यों से कहा कि उन्हें खुद वैक्सीन खरीदने की जरूरत नहीं है, जो कि अप्रैल (पिछले महीने) में रातोंरात बदल जाता है. अब, राज्य जो ये काम महीनों पहले कर सकते थे, लाइन में सबसे आखिर में लगे हैं.”

वेल्लोर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोइंटेस्टिनल साइंसेज डिपार्टमेंट में प्रोफेसर डॉ. कांग देश में वैक्सीन पर दिग्गज एक्सपर्ट्स में से एक हैं. कर्नाटक सरकार ने हाल ही में वैक्सीन स्ट्रैटेजी बनाने के लिए डॉ. कांग को एडवाइजर रखा है. वो पंजाब और आंध्र प्रदेश की भी सलाहकार हैं. डॉ. कांग वैक्सीन की रिसर्च और उपयोग पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सलाहकार समिति की सदस्य भी हैं.

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