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लखीमपुर खीरी(Lakhimpur Kheri) मामले की जांच कर रही उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने एक स्थानीय कोर्ट में 5,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. विशेष जांच दल चार्जशीट के हजारों पन्ने आज सुबह लखीमपुर खीरी में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट पहुंचा. पन्ने दो ताले लगे एक बड़ी पेटी में थे. जिसमें कहा गया है कि घटना के दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों और पत्रकार पर हमले में शामिल एक एसयूवी के अंदर मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा मौके पर मौजूद था.
वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एसपी यादव ने लखीमपुर में संवाददाताओं से कहा कि, 'हां, चार्जशीट दाखिल कर दी गई है.'उन्होंने बताया है कि लखीमपुर खीरी- तिकुनिया हिंसा गवाहों के बयान में यह आया है कि आशीष मिश्रा घटना स्थल पर थे यह बात केस डायरी में भी दर्ज है.
मंत्री टेनी और उनके बेटे दोनों ने पिछले तीन महीनों में कई बार दावा किया है कि आशीष घटना के दौरान एसयूवी या मौके पर नहीं थे.
पिछले महीने, एसआईटी ने स्थानीय अदालत को बताया था कि किसानों और पत्रकार की हत्या एक "सुनियोजित साजिश" थी. यह कोई लापरवाही से मौत का मामला नहीं था. साथ ही मांग की गई थी कि आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ रैश ड्राइविंग के आरोपों को संशोधित किया जाना चाहिए और हत्या के प्रयास और जान बूझकर चोट पहुंचाने का आरोप जोड़ा जाना चाहिए.
लखीमपुर पुलिस द्वारा दो प्राथमिकी दर्ज की गईं हैं- एक मृत किसानों के परिवारों द्वारा, जिन्होंने मुख्य आरोपी के रूप में आशीष मिश्रा का नाम लिया. दूसरी लखीमपुर में बीजेपी कार्यकर्ता सुमित जायसवाल द्वारा अज्ञात किसानों के खिलाफ दर्ज करवाई गई है.
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