advertisement
ED attacked in West Bengal: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में शुक्रवार यानी 5 जनवरी को तृणमूल कांग्रेस(TMC) के नेता शेख साजहान (Shah Jahan Sheikh) के घर पर छापेमारी करने गई ED की टीम पर कथित तौर पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया और उनकी गाड़ियों के शीशे को तोड़ दिए.
ईडी के अधिकारी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के सशस्त्र जवान स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता और पेशे से राशन डीलर शेख साजहान के घर पर पहुंचे, लेकिन बड़ी संख्या में विरोध कर रहे लोगों ने उन्हें घेर लिया.
घर के प्रवेश द्वार पर ताला लगा हुआ था और जैसे ही ईडी के अधिकारियों ने विरोध करने वाली भीड़ को नजरअंदाज करते हुए उस ताले को तोड़ने की कोशिश की, कुछ और लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने ईडी के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय बलों के जवानों को घेर लिया और विरोध किया.
चूंकि स्थानीय लोगों की संख्या केंद्रीय एजेंसी और केंद्रीय बलों के जवानों से कहीं अधिक थी, इसलिए उन्होंने कुछ समय के लिए घटनास्थल से बाहर निकलने का फैसला किया. लेकिन, आरोप है कि उसके बाद भी विरोध कर रहे स्थानीय लोगों ने लाठियों, ईंटों और पत्थरों के साथ केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को खदेड़ना शुरू कर दिया.
ईडी की कुछ गाड़ियों के शीशे भी तोड़ दिए गए. रिपोर्ट दर्ज होने तक इलाके में भारी तनाव व्याप्त था. ईडी के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक शिकायत भी दर्ज की है. केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों की एक अन्य टीम ने उत्तर 24 परगना जिले में बनगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर आध्या के ससुराल वालों के घर पर भी छापा मारा.
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में ईडी की छापेमारी कई महीनों से जारी है. ED ने पहले खुलासा किया था कि पश्चिम बंगाल में लाभार्थियों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) का लगभग 30 प्रतिशत राशन खुले बाजार में भेज दिया गया था. जांच एजेंसी ने कहा कि राशन की कथित चोरी से उत्पन्न अपराध की आय मिल मालिकों और PDS वितरकों के बीच साझा की गई थी.
सजहान और आध्या दोनों पश्चिम बंगाल के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी विश्वासपात्र माने जाते हैं, जिन्हें राशन वितरण मामले में पिछले साल अक्टूबर में ईडी ने गिरफ्तार किया था. ईडी अधिकारियों की तीसरी टीम 5 जनवरी को सुबह से दक्षिण कोलकाता के बिजॉयगढ़ स्थित एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के आवास पर छापेमारी कर रही है.
बीजेपी नेता अनिर्बान गांगुली ने कहा...
कांग्रेस एमपी अधीर रंजन चौधरी ने कहा- "ED अधिकारियों पर सत्तारूढ़ सरकार के गुंडों के हमले के बाद यह स्पष्ट है कि राज्य में कोई कानून व्यवस्था नहीं है. आज वे घायल हुए हैं, कल उनकी हत्या हो सकती है. ऐसी बात मेरे लिए आश्चर्य की बात नहीं होगी."
टीएमसी सांसद सांतनु सेन ने कहा "केंद्रीय बलों से घिरे केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को भड़काया, इसलिए लगातार जवाबी प्रतिक्रियाएं हो रही थीं. असल बात है कि भारत के लोग दिल्ली से हो रही साजिश को देखकर निराश हैं और यही हाल पश्चिम बंगाल में टीएमसी के मामले में है. इसके विपरीत जो व्यक्ति यह सब सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहा है वह भ्रष्टाचार की सूची में सबसे ऊपर है, वह कैमरे के सामने पैसे लेते पाए गए. उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर भ्रष्टाचार का आरोप है लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि वे बीजेपी से हैं.''
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)