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भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत 3 राज्यों में आयोजित हो रही 7 महापंचायतों में आने वाले दिनों में हिस्सा लेने वाले हैं. ये महापंचायतें हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र राज्यों में 14 फरवरी से आयोजित होने वाली हैं. राकेश टिकैट इन महापंचायतों में शामिल होकर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने की अपील करेंगे.
मलिक का कहना है कि किसान महापंचायत हरियाणा राज्य के करनाल, रोहतक, सिरसा और हिसार जिलों में होगी. इसके अलावा महाराष्ट्र के अकोला में और राजस्थान के सीकर में आयोजित की जा रही है.
देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान करीब ढाई महीने से जुटे हुए हैं. किसान नेता कह रहे हैं कि ये आंदोलन अनिश्चितकाल तक चलेगा या जब तक सरकार किसान कानूनों को वापस नहीं ले लेती. राकेश टिकैत का कहना है कि "अगर सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानी, तो हम 2024 तक भी धरने पर बैठे रहेंगे."
संयुक्त किसान मोर्चे की अहम बैठक 10 फरवरी को हुई. जिसमें आंदोलन को धार देने से जुड़े फैसले लिए गए थे-
12 फरवरी से राजस्थान के सभी टोल प्लाजा, टोल फ्री किए जाएंगे.
14 फरवरी को पुलवामा शहीदों की याद में देशभर में मशाल जुलूस और दूसरे कार्यक्रम आयोजित होंगे.
16 फरवरी को सर छोटूराम की जयंती पर पूरे देश के किसान एकजुटता दिखाएंगे.
18 फरवरी को 12 बजे से 4 बजे तक रेल रोको प्रोग्राम का आयोजन
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