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केंद्र सरकार की कथित किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ देश के कई भागों में किसानों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है. कई जगहों पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और तनाव जैसी स्थिति बनी हुई है.
इस हड़ताल के दौरान किसानों ने 1 जून से 10 जून तक सब्जी, फल और दूध की सप्लाई रोकने की घोषणा की थी.
पंजाब के फरीदकोट में किसानों ने सब्जी-फल और दूध की सप्लाई रोक दी है. किसानों ने सब्जियां ले जा रहे ट्रकों का चक्का जाम कर दिया. इस वजह से कई शहरों में सब्जी और दूध की सप्लाई पूरी तरह ठप हो गई है.
मंडियों में सब्जियों की सप्लाई बंद होने से इनकी कीमतें आसान छू रही हैं. वहीं दिल्ली-मुंबई में टमाटर की कीमत में दोगुने से ज्यादा का इजाफा हुआ है.
महाराष्ट्र के किसानों के बीच भी केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी देखने को मिली रही है. पुणे के टोल प्लाजा पर किसानों ने विरोध के तौर पर करीब 40 हजार लीटर दूध बहाया है.
आपको बता दें किसान जगह-जगह प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ विरोध जता रहे हैं. हड़ताल की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही थीं. कहीं सड़कों पर दूध बहाते किसानों की तस्वीरें सामने आईं, तो कहीं सब्जियां रास्तों में फेंक दी गईं.
किसानों के राष्ट्रव्यापी आंदोलन का असर आम जिंदगी पर भी पड़ रहा है. किसानों के सप्लाई रोक देने से रोजमर्रा की चीजों को लेकर लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है . अगर 10 दिन तक किसानों का यह आंदोलन चलता है, तो कई और शहर में सब्जियों और खाद्य पदार्थ को लेकर संकट खड़ा हो सकता है.
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