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Farmers Protest: किसानों ने अगले दो दिनों के लिए रोका दिल्ली कूच, आज SKM की बैठक

Farmer Protest: बुधवार को पंजाब और हरियाणा के बीच स्थित खनौरी बॉर्डर पर एक 21 वर्षीय किसान की मौत हो गई.

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Farmers Protest: किसानों ने अगले दो दिनों के लिए दिल्ली कूच रोका, कल SKM की बैठक

(फोटो: PTI)

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किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच बुधवार, 21 फरवरी को किसानों ने अगले दो दिनों के लिए दिल्ली कूच रोकने का ऐलान किया है. शंभू बॉर्डर पर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रमुख सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "हम खनौरी में हुई घटना पर चर्चा करेंगे. दिल्ली की ओर हमारे मार्च को दो दिनों के लिए रोका जाएगा. हम बाद में पूरी स्थिति स्पष्ट करेंगे कि हमारा आगे का आंदोलन क्या होगा." बता दें कि बुधवार को पंजाब और हरियाणा के बीच स्थित खनौरी बॉर्डर पर एक 21 वर्षीय किसान की मौत हो गई जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.

“हम खनौरी और शंभू सीमाओं पर प्रदर्शनकारी किसानों पर हरियाणा पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार की निंदा करते हैं. हमारे कई किसानों को चोटें आई हैं और कई लापता हैं. स्थिति को देखते हुए हमने अपना 'दिल्ली चलो' मार्च अगले दो दिनों के लिए रोकने का फैसला किया है. इन दो दिनों में हम घायल और लापता किसानों के परिवारों से मिलेंगे और भविष्य की कार्रवाई पर फैसला करेंगे."
सरवन सिंह पंढेर

पुलिस का दावा-12 जवान घायल

हरियाणा पुलिस की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बुधवार को किसान आंदोलन के दौरान दाता सिंह-खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने पराली में मिर्च पाउडर डालकर आग लगा दी. इसके साथ ही पुलिस का चारों तरफ से घेराव किया गया. पुलिस पर पथराव के साथ-साथ लाठी से हमला किया गया. गंडासे का भी इस्तेमाल करते हुए पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया. किसानों के हमले में लगभग 12 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

संयुक्त किसान मोर्चा की बड़ी बैठक कल

भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का ये आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि बातचीत ही एकमात्र समाधान है. टिकैत ने बताया कि चंडीगढ़ में गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बैठक है. इस बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी. SKM की आंदोलन पर नजर है, हम बाहर से पूरा समर्थन उन किसानों के साथ है.

सरकार ने 5वें दौर की वार्ता का न्योता दिया

केंद्र सरकार ने किसानों को पांचवें दौर की वार्ता के लिए बुलाया है. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने ट्वीट कर लिखा-"सरकार चौथे दौर के बाद पांचवें दौर में सभी मुद्दे जैसे की MSP की मांग, क्रॉप डाइवरसिफेकेशन, पराली का विषय, FIR पर बातचीत के लिए तैयार है. मैं दोबारा किसान नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं, हमें शांति बनाये रखना जरूरी है."

"प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए": किसान नेताओं ने क्या कहा?

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा ''हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की. हम बैठकों में शामिल हुए, हर बिंदु पर चर्चा हुई और अब फैसला केंद्र सरकार को लेना है. हम शांतिपूर्ण रहेंगे. पीएम सभी के हैं. प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए और हमारी मांगों को स्वीकार करना चाहिए. 1.5-2 लाख करोड़ रुपये कोई बड़ी रकम नहीं है...हमें इन बाधाओं को हटाने और दिल्ली की ओर मार्च करने की अनुमति दी जानी चाहिए...''

किसान नेता पंढेर ने 20 फरवरी को कहा "प्रधानमंत्री एमएसपी गारंटी कानून लाने के लिए संसद का एक विशेष सत्र बुलाएं. केंद्र बैंकों से आंकड़ा ले कर किसानों के कर्जमाफी का भी ऐलान कर सकता है. इसको लागू करने का तंत्र बाद में तैयार हो सकता है."

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा...

"हम अशांति पैदा नहीं करना चाहते. किसान दिन रात मेहनत करते हैं, अगर उन्हें रोकने के लिए बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए जा रहे हैं तो ये सही नहीं है. हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है... हमने 7 नवंबर से दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनाया है. अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है. ये ठीक नहीं है कि हमें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं. हम शांति से दिल्ली जाना चाहते हैं, सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दें, नहीं तो हमारी मांगें मान लें. हम शांत हैं. अगर वे एक हाथ बढ़ाएंगे तो हम भी सहयोग करेंगे. हमें धैर्य के साथ स्थिति को संभालना होगा. मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे नियंत्रण न खोएं...''

उन्होंने आगे कहा- “सरकार को देश के किसान-मजदूर के पक्ष में फैसला लेना चाहिए. देश के किसान ने देश को आत्मनिर्भर बनाया है, रात-दिन मेहनत की है. देश में सात लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं लेकिन अगर ऐसे हालात में किसान से बात करने के बजाय उन्हें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए तो ये सही नहीं है."

अर्जुन मुंडा ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की

इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने 20 फरवरी को किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

अर्जुन मुंडा ने कहा, “मैं उन किसानों और किसान संगठनों से शांति बनाए रखने की अपील करूंगा जो इस विरोध से जुड़े हैं. हम सभी शांति चाहते हैं और हमें मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए. हमने चर्चा करने की कोशिश की और कई प्रस्तावों पर चर्चा भी हुई.

"हमें पता चला है कि किसान प्रस्तावों से संतुष्ट नहीं हैं लेकिन यह चर्चा जारी रहनी चाहिए और हमें शांति से इसका समाधान ढूंढना चाहिए"
अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री
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हाईकोर्ट द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉलियों को हाईवे पर जाने की अनुमति न मिलने के बावजूद पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉली की संख्या बढ़ गई है. हरियाणा पुलिस ने अपने पंजाब समकक्षों से अंतर-राज्य सीमा पर भारी गाड़ियों को जब्त करने और महिलाओं को रोकने का आग्रह किया है. साथ ही बच्चे और पत्रकारों को सीमा से एक किलोमीटर की दूर रहने की हिदायत दी है.

''आप ट्रैक्टर-ट्रॉली में अमृतसर से दिल्ली कैसे जा सकते हैं ?"

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 'दिल्ली चलो' मार्च पर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जीएस संधावालिया ने कहा, ''आप ट्रैक्टर ट्रॉली में अमृतसर से दिल्ली कैसे जा सकते हैं ? अगर आप दिल्ली जाना चाहते हैं तो आप बस से जा सकते हैं”

पंजाब सरकार ने अपने हलफनामे में कहा कि सभी पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया जाता है कि किसी भी जेसीबी मशीन या किसी अन्य भारी मशीनरी को पटियाला और संगरूर जिलों की ओर जाने की अनुमति न दी जाए.

टिकरी-सिंघू बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा

21 फरवरी सुबह 11 बजे शुरू होने वाले किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च से पहले दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर भारी सुरक्षा और बैरिकेडिंग देखी गई.

सोनीपत कुंडली सिंधु बॉर्डर पर पुलिस ने किसान आंदोलन को लेकर सुरक्षा बढ़ा दी है. दिल्ली पुलिस ने दो लेयर और सुरक्षा बढ़ा दी है. पत्थर की बैरिकेडिंग पर चार अलग-अलग कंटीले तार लगाए गए हैं.

कुंडली सिंधू बॉर्डर पर पहले बैरिकेड को कंक्रीट की 3 फुट दीवार बनाकर पक्की की गई. किसानों आंदोलन के चलते पुलिस फोर्स और पैरामिलेट फोर्सेस ने टेंट लगाए हैं.

ट्रैफिक एडवाइजरी जारी

किसान मार्च को देखते हुए दिल्ली बॉर्डर, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के एनसीआर क्षेत्रों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है.

दिल्ली पुलिस ने यात्रियों को विशेष यातायात व्यवस्था के कारण 21 फरवरी को शहर के सेंट्रल एरिया के कुछ सड़कों से दूर रहने की सलाह दी है.

एक्स पर एक पोस्ट में, पुलिस ने कहा, “21-02-24 को, सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक विशेष यातायात व्यवस्था के कारण कृपया आईपी फ्लाईओवर से ए-प्वाइंट की ओर और इसके विपरीत, आईटीओ चौक, डीडीयू मार्ग, बीएसजेड दोनों कैरिजवे में आईपी मार्ग, जेएलएन मार्ग, शांति वन क्रॉसिंग और राजघाट क्रॉसिंग मार्ग लेने से बचें.

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Published: 21 Feb 2024,09:56 AM IST

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