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दिल्ली में एक बार फिर किसानों का जमावड़ा लगने जा रहा है. देशभर के लाखों किसान यहां इकट्ठा होंगे. किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच करना शुरू कर दिया है. बुधवार से ही किसानों के कई संगठन दिल्ली पहुंच जाएंगे. अगले दो दिनों में दिल्ली की सड़कों पर एक बार फिर देश के लाखों किसान नजर आएंगे.
सवाल यह है कि इस बार कितने किसान राजधानी पहुंचने वाले हैं. अखिल भारतीय किसान समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर देशभर के दो सौ से ज्यादा किसान संगठन राजधानी में जुटेंगे. अंदाजा लगाया जा रहा है कि इनकी संख्या कई लाख में हो सकती है. ये सभी किसान संगठन 29 और 30 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में जमा होंगे. किसान संगठन के कई नेता पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं. उनके अलावा लाखों किसान पैदल मार्च कर दल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं.
दिल्ली में पहुंचकर किसान अपनी संसद लगाएंगे. किसान संसद में उनके तरफ से कई मुद्दों को उठाया जाएगा. जिसमें कर्जमाफी, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर चर्चा होगी. इसके बाद यहां एक विधेयक भी बनाया जाएगा. जिसे किसान सरकार को सौंपेंगे. ताकि संसद इस विधेयक को पारित कर किसानों के हित के लिए कानून बनाए. किसानों ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की है.
पिछले महीने भी किसानों के कुछ संगठनों ने दिल्ली में घुसने की कोशिश की थी. लेकिन पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए दिल्ली बॉर्डर पर ही उन्हें रोक लिया. इस दौरान पुलिस और किसानों में जमकर झड़प हुई. पुलिस ने सैकड़ों किसानों पर लाठीचार्ज किया. गांधी जयंति के दिन हुए इस लाठीचार्ज में दिल्ली पुलिस और सरकार की काफी आलोचना भी हुई थी.
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