advertisement
वीडियो एडिटर: कनिष्क दांगी
रिपोर्टर: ऐश्वर्या एस अय्यर
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में विशाल ‘किसान महापंचायत’ (Kisan Mahapanchayat) आयोजित कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया है. यहां इकठ्ठा हुए किसानों ने अपना इरादा साफ किया- या तो सरकार कानून वापस ले या आगामी राज्य चुनावों (खासकर उत्तर प्रदेश) में बीजेपी के खिलाफ ये किसान लामबंद होंगे .
महापंचायत के मद्देनजर योगी सरकार ने लॉ-एंड-आर्डर बनाए रखने के लिए लगभग 8,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है. किसान महापंचायत का स्थान है मुजफ्फरनगर का ऐतिहासिक जीआईसी मैदान, जो प्रतिष्ठित किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत द्वारा पहले किसान बैठक का भी आयोजन स्थल था.
शामिल हो रहे किसानों का उत्साह और तेवर देखने जब क्विंट ग्राउंड जीरो पर पहुंचा तो एक बात साफ दिखी- आगामी यूपी और पंजाब विधानसभा चुनाव में किसान संघों के व्यापक प्रभाव के मद्देनजर यह 'किसान महापंचायत' अपने आप में खास है. नाराज किसान राज्य से बीजेपी सरकार को “उखाड़ फेकने” की बात कर रहे हैं.
किसान संगठनों ने महापंचायत आयोजित कर बीजेपी सरकार के सामने अपना शक्ति प्रदर्शन किया है और दिखाना चाहती है कि किसानों की नाराजगी उसके लिए आगामी राज्य चुनावों में काफी महंगी पड़ सकती है.
महापंचायत में शामिल हो रहे 55 वर्षीय किसान पवन कुमार ने कहा क्विंट से बात करते हुए कहा कि
कृषि कानूनों से नाराज किसानों ने बीजेपी सरकार को अपनी शक्ति दिखाने के लिए और अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए 2022 उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को निशाना बनाते दिख रहे हैं.
महापंचायत में राकेश टिकैत से लेकर छोटे किसानों के जबान पर यह इरादा दिख रहा है. क्विंट से बात करते हुए एक किसान ने कहा
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)