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राकेश टिकैत को हमसे बातचीत के बाद देना चाहिए बयान- डीपी सिंह

कृषि मंत्री तोमर के बयान पर किसान नेताओं ने जताई नाराजगी

क्विंट हिंदी
भारत
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(फोटो: क्विंट हिंदी)
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संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के उस बयान की आलोचना की गई है, जिसमें उन्होंने संसद में कहा था कि कृषि कानून पूरी तरह किसानों के हित में हैं. इसके अलावा किसान नेताओं की तरफ से उन तमाम विदेशी हस्तियों को भी धन्यवाद दिया गया है, जिन्होंने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. साथ ही पहली बार संयुक्त किसान मोर्चा और राकेश टिकैत के बीच मतभेद भी नजर आया है.

कृषि मंत्री के बयान की निंदा

क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल सिंह ने मीडिया के सामने कहा कि, बातचीत के दौरान कृषि मंत्री तोमर साहब ने कहा था कि जहां भी समस्या है, उन्हें लेकर वो कानूनों में संशोधनों के लिए तैयार हैं. लेकिन कल उन्होंने संसद में कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में हैं. जो कि झूठ है. हम इसकी निंदा करते हैं.

किसान नेता दर्शन पाल ने विदेशी हस्तियों से मिल रहे समर्थन को लेकर कहा कि, हम उन सभी अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटीज का धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया.
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चक्का जाम ने बताया, एकजुट हैं देश के किसान

किसान मोर्चा की तरफ से कहा गया है कि, कल संसद में कृषि मंत्री ने किसानों का अपमान किया, मंत्री ने कहा कि सिर्फ एक ही राज्य के किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. लेकिन आज हुए देशव्यापी चक्का जाम ने ये साबित कर दिया कि देशभर के किसान इन कानूनों के खिलाफ एकजुट हैं.

चर्चा के बाद ही बयान दें टिकैत- दर्शन पाल

लेकिन पहली बार संयुक्त किसान मोर्चा में राकेश टिकैत के खिलाफ उठते सुर भी नजर आए हैं. किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने राकेश टिकैत को लेकर कहा कि,

“उन्हें व्यक्तिगत तौर पर ये लगा कि यूपी और उत्तराखंड में चक्का जाम से हिंसा फैल सकती है. मुझे लगता है कि उन्हें हम लोगों से बातचीत के बाद ही कोई बयान देना चाहिए. ये बयान जल्दबाजी में दिया गया था.”

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