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देश के कई राज्यों में कैश की कमी को लेकर मची अफरा-तफरी के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जेटली ने कैश की कमी के पीछे की वजह बताते हुए कहा, ‘देश में करंसी के हालातों की समीक्षा की. बाजार में पर्याप्त मात्रा में करंसी मौजूद है और बैंकों में भी उपलब्ध है. कैश की किल्लत के पीछे कुछ जगहों पर कैश की मांग अचानक बढ़ना है.’
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने मंगलवार सुबह कैश की किल्लत को लेकर आ रही खबरों के बीच टिप्पणी की. शुक्ला ने कहा कि मौजूदा समय में रिजर्व बैंक के पास 1,25,000 करोड़ रुपये का कैश मौजूद है, लेकिन कैश की कमी समस्या कुछ असमानता के कारण बनी हुई है.
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों के पास ज्यादा कैश मौजूद है, जबकि कुछ राज्यों के पास कैश कम है. इसलिए केंद्र सरकार ने राज्यवार समितियों का गठन किया है. उन्होंने बताया कि आरबीआई ने भी एक कमेटी का गठन किया है जो एक राज्य से दूसरे राज्य में कैश ट्रांसफर करेगी.
उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश के अलावा गुजरात, तेलंगाना और राजधानी दिल्ली से एटीएम में कैश न होने की खबरें आ रहीं हैं. इन राज्यों के कई शहरों में कैश का संकट पैदा हो गया है, जिसके कारण यहां के एटीएम खाली पड़े हुए हैं.
यूपी के वाराणसी के लोगों का कहना है, ‘हमें नहीं मालूम कि कहां और क्या समस्या आ रही है. लेकिन आम आदमी को बहुत परेशानी हो रही है. ATM में कैश ही नहीं है. हम सुबह से 5-6 ATM के चक्कर लगा चुके हैं. हमें बच्चों की फीस जमा करनी है, राशन खरीदना है, सब्जियां खरीदनी हैं....लेकिन हमारे पास पैसा नहीं है.’
देशभर से आ रही कैश की किल्लत की खबरों पर केंद्र सरकार और आरबीआई दोनों ने संज्ञान लिया है. सरकार और आरबीआई के अधिकारियों की मानें तो जिन इलाकों में कैश की कमी है, वहां तीन दिनों के अंदर इस समस्या से निजात पा लिया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने भी राज्य में कैश की किल्लत को स्वीकार किया है. रमन सिंह ने कहा है कि बाकी राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ भी कैश की कमी से जूझ रहा है.
रमन सिंह ने कहा, ‘बाकी राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ भी कैश की कमी से जूझ रहा है. जल्दी ही इस समस्या से निजात पा ली जाएगी.’
कैश की किल्लत को लेकर मचे हाहाकार के बीच आरबीआई ने सफाई दी है. आरबीआई ने कहा है कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. बैंकों के पास पर्याप्त मात्रा में कैश मौजूद है.
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