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उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते गंगा, यमुना और घाघरा समेत अनेक नदियां उफान पर हैं. बाढ़ से बड़े पैमाने पर आबादी और फसलें प्रभावित हुई हैं. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक गंगा नदी यूपी में अनेक जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. फाफामऊ (प्रयागराज) इलाहाबाद (प्रयागराज) मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर निकल गया है. यमुना नदी हमीरपुर, चिल्ला घाट (बांदा) और नैनी (प्रयागराज) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं घाघरा नदी का जलस्तर तुर्तीपार (बलिया) में लाल निशान के ऊपर बना हुआ है.
वहीं बिहार के कुछ हिस्सों में गंगा समेत कई नदियो का उफान लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. राजधानी पटना के कुछ इलाकों में तो गंगा नदी खतरे के पास से बह रही है. पटना के निचले इलाकों और आसपास के क्षेत्रों में लोगों के घरों में पानी भर गया है. बक्सर, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर व भोजपुर सहित कई जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ के कारण लोग गांव छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जाने लगे हैं. बागमती नदी डूबाधार और कटौंझा में खतरे के निशान को पार कर चुकी है, जबकि बूढ़ी गंडक खगड़िया में और कमला बलान नदी मधुबनी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
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