भोपाल, 23 सितंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में हुई अतिवृष्टि और बाढ़ ने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। पीड़ितों के नुकसान का सर्वेक्षण जारी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 15 अक्टूबर तक पीड़ितों को मुआवजा राशि वितरित किए जाने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को नीमच के रामपुरा का दौरा किया। इस दौरान राहत शिविर में उन्होंने कहा, "मुआवजे के लिए पहले की तरह भटकना नहीं पड़ेगा, बल्कि सरकार पीड़ितों के पास जाएगी। उन्हें सरकार के पास नहीं जाना पड़ेगा।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "मालवा, निमाड़, नीमच मंदसौर क्षेत्र में इस बार इतिहास में सर्वाधिक भारी बारिश हुई है। इससे जो नुकसान हुआ है, वह भी बड़ा है। हम इसका आकलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने केन्द्र की मदद का इंतजार किए बिना राहत देने का काम 22 सितम्बर से शुरू कर दिया है और अगले 15 अक्टूबर तक हर प्रभावितों को मदद दे दी जाएगी।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "पीड़ितों को मुआवजा देने के साथ ही सड़कें, पुल-पुलिया, शासकीय भवन और पीने के पानी सहित अन्य जो नुकसान हुआ है, उसके भी सुधार का काम तत्काल शुरू किया जाएगा। व्यापारी और किसान की फसलों के नुकसान की भी पूरी भरपाई सरकार करेगी।"
ज्ञात हो कि राज्य में हुई अतिवृष्टि के कारण लगभग 12,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य की स्थिति का केंद्रीय अध्ययन दल जायजा लेकर जा चुका है। राज्य सरकार ने केंद्र से लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की राहत की मांग की है। वर्तमान में सरकार को केंद्र से कोई मदद नहीं मिली है।
मुख्यमंत्री के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के समय नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह, प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा, विधायक हरदीप सिंह डंग और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन मौजूद थीं।
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)