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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है और इसी के साथ एक युग का अंत हो गया है. पिछले कई सालों से अटल बीमार थे और राजनीति से दूर थे. करीब दो महीने पहले हालत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. 15 अगस्त की शाम उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. 16 अगस्त को शाम 5 बजकर 5 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली
अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर देश गमगीन नेताओं ने जताया गहरा शोक
अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी , पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राजनाथ सिंह, उद्धव ठाकरे समेत कई हस्तियों ने फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी.
अटल बिहारी वाजपेयी भारत-पाक संबंधों में बड़ा बदलाव लाने वाले, सार्क और क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने वाले राजनेता थे. पाकिस्तान की सरकार उनके परिवार, भारत की सरकार और लोगों के लिए गहरा शोक जताती है.
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान ने भी वाजपेयी के निधन पर दुख जताया. इमरान ने कहा, "वाजपेयी बड़े राजनीतिक शख्सियत थे. भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को बेहतर करने की उनकी कोशिशों को हमेशा याद रखा जाएगा. विदेश मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को सुधारने की जिम्मेदारी उठाई थी."
अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर घर लाया गया. वाजपेयी के पार्थिव शरीर को कल सुबह 9 बजे बीजेपी मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. दोपहर 1.30 बजे अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, राजघाट के करीब स्मृति स्थल में होगा अंतिम संस्कार.
लता मंगेशकर
मैं उनको पिता समान मानती हूं. अटल जी ने कहा मैं आपको बेटी मानता हूं. मैं उन्हें दद्दा बुलाया करती थी. मुझे आज 1942 में अपने पिता की मौत जैसा धक्का लगा है. मुझे बहुत ज्यादा दुख और धक्का लगा है. वो कहते थे Atal को पलट दिया जाए तो वो Lata बन जाता है.
लालकृष्ण आडवाणी, वरिष्ठ नेता, बीजेपी
अटल जी हमेशा याद रहेंगे, दुख व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं. अटल जी के साथ 65 साल का साथ रहा, वो मेरे सबसे करीबी दोस्त थे
योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, यूपी
अटल बिहारी वाजपेयी ने हमेशा राष्ट्रहितों को सबसे ऊपर माना. वो देश में राजनीतिक स्थिरता लेकर आए. उनकी अस्थियां उत्तर प्रदेश की हर नदी में प्रवाहित की जाएंगी
प्रणव मुखर्जी, पूर्व राष्ट्रपति
अटल बिहारी वाजपेयी ने हर लड़ाई को जमकर मुकाबला किया. ऐसा लग रहा था कि इस लड़ाई से भी वो जीतकर आएंगे पर ऐसा नहीं हो पाया. वो महान प्रधानमंत्री थे उन्होंने गठबंधन सरकार के साथ कार्यकाल पूरा किया. अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे बड़ी खूबी थी हाजिरजवाबी, हिंदी पर गजब का कमांड और कमाल के सांसद.
राम नाथ कोविंद, राष्ट्रपति
सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
सोनिया गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा कि उनके जाने से धक्का लगा है. वाजपेयी एक ऐसी शख्सियत थे जो आजीवन लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े थे.
केंद्र सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की, इस दौरान देशभर में तिरंगा आधा झुका रहेगा. साथ ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, बिहार, पंजाब सरकार ने कल अवकाश की घोषणा भी की है.
अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर एम्स से घर ले जाया गया. वाजपेयी के पार्थिव शरीर को कल सुबह 9 बजे बीजेपी मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. दोपहर 1.30 बजे अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, राजघाट के करीब स्मृति स्थल में होगा अंतिम संस्कार.
मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री
मुझे भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से दुखद निधन से आहत हूं. वाजपेयी जी शानदार वक्ता, कमाल के कवि और असाधारण नेता, सांसद और महान प्रधानमंत्री थे.
आज भारत ने एक महान सपूत खो दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लाखों करोड़ों लोगों का प्यार और सम्मान मिला. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और उनके चाहने वालों के साथ हैं. हम सभी उनकी बहुत कमी महसूस करेंगे
हमारे लिए बेहद दुख का वक्त है. अटलजी नहीं रहे. उनका पार्थिव शरीर कुछ देर में उनके आवास कृष्णमेनन मार्ग में रखा जाएगा ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें
भारत के महान सपूत थे अटल जी. सांसद, नेता और प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने जो पहचान बनाई उसका कोई मुकाबला नहीं है
बड़े दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि 16 अगस्त 2018 को शाम 5.05 पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया. श्री वाजपेयी 11 जून 2018 से AIIMS में भर्ती थे. AIIMS के डॉक्टरों की निगरानी में बीते 9 हफ्ते से उनकी हालत स्थिर थी. दुर्भाग्य से पिछले 36 घंटों में उनकी हालत तेजी से बिगड़ी और उन्हें जीवन रक्षक उपकरणों के सहारे रखा गया. तमाम कोशिशों के बावजूद हमने आज उन्हें खो दिया. हम दुख की इस घड़ी में देश के साथ हैं.
डॉ. (प्रो.) आरती विज
अध्यक्ष
मीडिया और प्रोटोकॉल डिविजन
अटल के निधन के बाद पूरे देश में शोक का माहौल है. 15 अगस्त को जैसे ही अटल की तबीयत बिगड़ी उनको देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम नेता एम्स पहुंचे. बीजेपी के अलावा विपक्ष के कई नेता भी उनको देखने पहुंचे थे.
16 अगस्त की सुबह ही उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को देखने पहुंचे थे.
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