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मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शुक्रवार को महात्मा गांधी के बारे में "आपत्तिजनक" शब्दों वाले पर्चे बांटने के आरोप में पुलिस ने हिंदू महासभा के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. लोकसभा में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की टिप्पणी के बाद मचे भारी हंगामे के बीच ये कार्रवाई की गई है.
हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने 15 नवंबर को संगठन के दफ्तर में गोडसे की पुण्यतिथि मनाई थी और उसकी पूजा की थी.
बाद में दायर एक शिकायत के आधार पर, कोतवाली पुलिस स्टेशन ने आईपीसी की धारा 153-A (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने) के तहत हिंदू महासभा सदस्यों नरेश बाथम और अन्य के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई. एक स्थानीय निवासी शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पर्चे में इस्तेमाल की गई भाषा गांधीवादियों की भावनाओं को आहत करती है.
15 नवंबर को हिंदू महासभा के दफ्तर में संगठन के सदस्यों ने गोडसे और नारायण आप्टे की 'आरती' की थी. आप्टे को भी गांधी की हत्या के लिए फांसी पर चढ़ाया गया था. 15 नवंबर, 1949 को गोडसे और आप्टे को अंबाला जेल में फांसी दी गई थी. 15 नवंबर, 2017 को हिंदू महासभा ने अपने दफ्तर में गोडसे की एक मूर्ति लगाई थी और 'प्राण प्रतिष्ठा' (अभिषेक) की रस्म अदा की थी. हालांकि, भारी हंगामे के बाद स्थानीय प्रशासन ने मूर्ति को हटा दिया गया था.
(इनपुट : PTI)
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