advertisement
G20 समिट (G20 Summit) से इतर 10 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से द्विपक्षीय बातचीत की. पीएम मोदी ने कनाडा (Canada) पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) से बातचीत के दौरान "चरमपंथी तत्वों की एंटी इंडिया गतिविधियों" को लेकर नई दिल्ली की "गंभीर चिंता" साफ शब्दों में व्यक्त की है.
इस बीच, भारत से निकलने के दौरान ट्रूडो के विमान में "तकनीकी समस्याएं" आ गई. समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि जब तक समस्या ठीक नहीं हो जाती कनाडाई प्रतिनिधिमंडल भारत में ही रुकेगा.
पीएम मोदी और पीएम ट्रूडो की बैठक को लेकर विदेश मंत्रालय ने बताया कि,
विदेश मंत्रालय ने बताया कि, “संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ ऐसी ताकतों का गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए. ऐसे खतरों से निपटने में दोनों देशों को सहयोग करना जरूरी है."
मंत्रालय ने ये भी बताया कि...
बता दें, कनाडा में खालिस्तान समर्थक समूहों की गतिविधियों को लेकर भारत-कनाडा संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. जुलाई में खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा के कुछ इलाकों में तैनात वरिष्ठ भारतीय राजनयिकों को टारगेट किया, उनके नाम वाले पोस्टर छापे जिसके बाद भारत ने कनाडाई दूत को तलब भी किया था.
भारत की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर, ट्रूडो ने 10 सितंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि...
कनाडाई सरकार के आधिकारिक बयान में कहा गया है: "प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कानून के शासन, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करने के महत्व को उठाया. दोनों प्रधानमंत्री ने इस साल के जी20 थीम, 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के तहत भारत की प्राथमिकताओं पर चर्चा की. उन्होंने समावेशी आर्थिक विकास, निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए समर्थन और सतत विकास के लिए रियायती वित्त तक पहुंच के बारे में बात की. उन्होंने जी20 के सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का स्वागत करने के महत्व पर ध्यान दिया."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)