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भिंड पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ऑनलाइन सामान बेचने वाली अमेजन (Amazon) कंपनी द्वारा सप्लाई की जा रही गांजा की खेप को पकड़ा है.
पुलिस पिछले कई दिनों से इसकी रेकी की जा रही थी. जिसके बाद शनिवार को डिलीवरी करते हुए तस्कर को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही गांजा खरीदने वाले ढाबा संचालक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक भिंड पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने सभी थाना प्रभारियों को जिले में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं.
ऐसे में एएसपी कमलेश कुमार खरपुसे के नेतृत्व में कार्य कर रही भिंड सायबर सेल को सूचना मिली थी कि एक युवक गांजा बेच रहा है.
पुलिस डॉग की मदद से गोदाम पर छापेमारी के बाद करीब एक क्विंटल के गांजा पकड़ा गया, जिसके बाद पुलिस इसकी सप्लाई चैन की खोजबीन में जुट गई थी. सायबर सेल प्रभारी शिवप्रताप सिंह, अमायन थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह यादव और गोहद चौराहा थाना प्रभारी ओमप्रकाश मिश्रा को गांजा की सप्लाई चेन का पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई.
पिछले दिनों पुलिस को ग्वालियर के रहने वाले सूरज उर्फ कल्लू पवैया के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने इस पर निगरानी रखना शुरू कर दिया था. लेकिन पुलिस को यह पता नहीं चल पा रहा था कि वह गांजा की सप्लाई कहां से लेता है और कहां डिलीवरी देता है.
गांजा सप्लायर सूरज ने अपने मामा के लड़के के साथ मिलकर अहमदाबाद में स्थित बाबू टैक्स कंपनी के नाम पर पुणे में इसी नाम की फर्जी कंपनी बनाकर उसको ऑनलाइन सामान बेचने वाली ई-कॉमर्स कंपनी Amazon.com पर सेलर के रूप में रजिस्टर किया और खुद को करी पत्ता का सप्लायर बताते हुए करी पत्ता की बिक्री करने लगा. लेकिन ये शातिर गांजा तस्कर करी पत्ता की आड़ में ई कॉमर्स साइट का उपयोग कर नशे का कारोबार करने के लिए कर रहा था.
पुलिस के मुताबिक इस फर्जी तस्कर गिरोह द्वारा रजिस्टर की गई बाबू टैक्स कंपनी द्वारा 1 करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक के ट्रांजेक्शन किये जा चुके हैं, जिसमें लगभग एक टन गांजा खपाया जा चुका है.
फिलहाल भिंड पुलिस और आगे की जांच में जुटी हुई है कि गांजा कहां से खरीदा जाता था और कहां-कहां बेचा जाता था. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक गिरोह द्वारा भिंड, मुरैना, ग्वालियर के अलावा भोपाल, आगरा तक अमेजॉन के जरिये गांजा सप्लाई की बात सामने आई है.
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह का कहना है कि बाबू टैक्स कंपनी सूरत की है और टेक्सटाइल श्रेणी में रजिस्टर्ड है. ऐसे में इसके द्वारा करी पत्ता की बिक्री कैसे की जा रही थी और एक ही नाम से दूसरी कंपनी कैसे रजिस्टर्ड हुई, जिसकी Amazon द्वारा जांच क्यों नहीं कि गई. इसकी जानकारी Amazon से मांगी गई है. यदि इसमें अमेजन भी संलिप्तता पाई जाती है तो उस पर भी कार्यवाही की जायेगी.
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