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दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति, गौतम अडानी (Gautam Adani) ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में राहुल गांधी के उन आरोपों पर जवाब दिया जिसके अनुसार मोदी सरकार गौतम अडानी की कंपनियों को हजारों करोड़ रुपये के बैंक कर्ज दिलाने के साथ साथ पोर्ट, एयरपोर्ट, बिजलीघर दे रही है. गौतम अडानी ने इस आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि आज हमारी कंपनियां देश के 22 राज्यों में काम कर रही हैं और और सब राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि "मैं अपना काम करता हूं, वह (राहुल गांधी) अपने हिसाब से राजनीति करते हैं. “
गौतम अडानी ने रजत शर्मा द्वारा होस्ट की जाने वाली आप की अदालत में कहा है कि
60 वर्षीय बिजनेसमैन ने इस शो पर पीएम मोदी से मिलने वाली व्यक्तिगत मदद के आरोपों पर कहा कि "मोदीजी से आप कोई व्यक्तिगत सहायता नहीं ले सकते".
अडानी ने यह भी कहा कि उनके मल्टी-बिलियन-डॉलर कंपनी के बारे में एक गलत धारणा है इसके कर्ज लेने से बैंकों और आम लोगों की बचत पर भारी बोझ पड़ रहा है.
राहुल गांधी के इस आरोप पर कि गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में करोड़ों के ड्रग्स पकड़े जाने के बावजूद केन्द्र ने अडानी ग्रुप के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, गौतम अडानी ने कहा कि "पोर्ट ऑपरेटर का काम सिर्फ सामान चढाना और उतारना है. उसके पास कोई पुलिस या जांच या गिरफ्तारी का अधिकार नहीं है. ये काम सरकार की अलग-अलग एजेंसियां करती है. ..ये तो लोगों को गुमराह करने वाली बात है.
कृषि कानूनों को वापस लिये जाने के कदम को दुर्भाग्यजनक बताते हुए गौतम अडानी ने कहा कि भारत के एक नागरिक के नाते मैं मानता हूं कि कृषि कानून अच्छा था, ये कमनसीबी है कि उसको राजनीतिक रंग देकर खारिज कर दिया गया.
उन्होंने दावा किया कि "आज भारत में इतनी ताकत है कि वह पूरी दुनिया को अनाज की सप्लाई कर सकता है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या है इन्फ्रस्ट्रक्चर की कमी का, रेलवे से सामान नहीं पहुंच रहे, कोल्ड स्टोरेज नहीं है, वेयरहाउस नहीं है, उपभोक्ता ज्यादा दाम दे रहे हैं और किसानों को पूरी कीमत नहीं मिलती. ये अडानी ग्रुप के फायदे का सवाल नहीं है. ये देश की जनता के लिये जरूरी है.”
(इनपुट- इंडिया टीवी)
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