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नोएडा: 24 गांवों के किसानों का NTPC के खिलाफ प्रदर्शन-पुलिस से झड़प, विवाद क्या?

किसानों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा को हिरासत में ले लिया.

क्विंट हिंदी
भारत
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<div class="paragraphs"><p>Greater Noida:&nbsp;NTPC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान</p></div>
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Greater Noida: NTPC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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गुरुवार, 23 फरवरी को ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के 24 गांव के किसानों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई. ये किसान NTPC के खिलाफ दो महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे थे. किसान दादरी क्षेत्र से बीजेपी विधायक तेजपाल नागर और NTPC के हेडक्वार्टर का घेराव करने के लिए चले थे. पुलिस ने इन्हें पहले ही रोक लिया.

पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान नहीं माने. प्रदर्शनकारियों की पुलिस से तीखी नोकझोंक और हाथापाई भी हुई.

इस दौरान पुलिस ने भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा को हिरासत में ले लिया.

जब अन्य किसानों को हिरासत के बात की जानकारी हुई तो वे और उग्र हो गए. आखिरकार करीब आधा घंटे बाद पुलिस ने सुखबीर खलीफा को छोड़ा, उसके बाद किसान शांत हुए.

एक समान मुआवजे की मांग

भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने बताया कि NTPC ने करीब 24 गांवों की जमीन का अधिग्रहण 1986 में किया गया था. इसके लिए NTPC ने किसानों को 6 रुपए प्रति गज के हिसाब से मुआवजा दिया था. वहीं इस वित्तीय वर्ष में कुछ किसानों को 120 रुपए प्रति गज के हिसाब से मुआवजा दिया गया था. दोनों मुआवजे की दर में बहुत अंतर है. इस बात को लेकर किसान नाराज हैं और वे पिछले दो महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि सभी किसानों को एक समान मुआवजा दिया जाए.

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प्लांट बनाते किए गए थे कई वादे

किसानों का आरोप है कि NTPC ने प्लांट बनाते समय वादा किया था कि यहां लोकल युवाओं को नौकरी में तवज्जो दी जाएगी. बच्चों की पढ़ाई के लिए अच्छे स्कूल और अस्पताल खोले जाएंगे, सामुदायिक भवन बनेंगे. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. 30 साल में एक भी वादा पूरा नहीं किया गया.

बता दें कि इन्हीं किसानों ने तीन महीने पहले भी प्रदर्शन किया था. उस दौरान प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया था.

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