Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बिप्लब देब के बाद CM विजय रुपाणी ने कहा-नारद पौराणिक काल के ‘गूगल’

बिप्लब देब के बाद CM विजय रुपाणी ने कहा-नारद पौराणिक काल के ‘गूगल’

विजय रुपाणी ने मीडिया के काम करने और लोकतंत्र में एक तटस्थ मीडिया की जरूरत पर भी बात की.

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
गुजरात के सीएम विजय रुपाणी  और रिपुरा के सीएम बिप्लब देब 
i
गुजरात के सीएम विजय रुपाणी  और रिपुरा के सीएम बिप्लब देब 
(फोटो: तेजस अल्हाट)

advertisement

इन दिनों टेक्नोलॉजी और पौराणिक काल में मानो काम्पिटिशन चल रही है. अबतक जिस वाईफाई, इंटरनेट, गूगल, वीडियो चैट इन सबको हम लेटेस्ट आविष्कार मान रहे थे वो दरअसल बीजेपी के दो मुख्यमंत्रियों के हिसाब से कुछ नया नहीं बल्कि पौराणिक काल में भी था. पहले त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने महाभारत काल में इंटरनेट के होने का दावा किया और अब गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने पौराणिक कथाओं के पात्र नारद की तुलना गूगल सर्च इंजन से की है.

मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने कहा है कि गूगल को जैसे पूरी दुनिया के बारे में पता होता है वैसे ही नारद को पूरी दुनिया के बारे में जानकारी होती थी. रुपानी ने कहा,

यह आज के दौर में साफ है कि नारद एक ऐसे शख्स थे उनके पास पूरी दुनिया की जानकारी थी. वह उन सूचनाओं पर काम करते थे. मानवता की भलाई के लिए उन सूचनाओं को इकट्ठा करना उनका धर्म था और इसकी काफी जरूरत थी.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, आरएसएस की शाखा विश्व संवाद केंद्र की ओर से आयोजित 'देवर्षि नारद जयंती' कार्यक्रम में रुपाणी ने कहा, ''गूगल भी नारद की तरह खबर का एक सोर्स है क्योंकि उसे दुनिया में हो रही सभी घटनाओं की जानकारी है.''

मीडिया कैसे करे काम

विजय रुपाणी ने मीडिया के काम करने और लोकतंत्र में एक तटस्थ मीडिया की जरूरत पर भी बात की. उन्होंने पीएम मोदी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि मीडिया सरकार के कामकाज पर टिप्पणी कर सकता है, लेकिन इसे "तटस्थ और प्रामाणिक" होना चाहिए.

त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब का बयान कैसे भूल सकते हैं

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी से पहले त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देव ने इंटरनेट के महाभारत काल में होने को लेकर बेहद चौंकाने वाला और अजीबोगरीब बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि भारत में महाभारत काल के समय से ही इंटरनेट का इस्तेमाल हो रहा है. अमेरिका या किसी दूसरे पश्चिमी देश ने नहीं, बल्कि भारत ने लाखों साल पहले इंटरनेट की खोज की थी.

यह वो देश है जिसमें महाभारत में संजय ने धृतराष्ट्र को युद्ध में क्या हो रहा था, सब बताया. इसका मतलब है कि उस समय इंटरनेट था, सैटेलाइट थी, टेक्नोलॉजी थी. उस जमाने में इस देश में वो तकनीक मौजूद थी.
त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने दिया अजीबोगरीब बयान (फोटो: twitter/altered by Quint Hindi)

ऐसे बयानों के मामले में बीजेपी के नेताओं की लिस्ट लंबी है

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

इससे पहले केंद्र सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने इसी साल जनवरी में इंसान के क्रमिक विकास पर आधरित चार्ल्स डार्विन के सिद्धांत को गलत बताते हुए कहा था,

डार्विन का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से गलत है. स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रमों में इसे बदलने की जरूरत है. इंसान जब से पृथ्वी पर देखा गया है, हमेशा इंसान ही रहा है. हमारे किसी भी पूर्वज ने लिखित या मौखिक रूप में बंदर को इंसान में बदलने का जिक्र नहीं किया था.

मोदी सरकार में साइंस टेक्नॉलजी मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने स्टीफन हॉकिंग की मौत के बाद कहा था कि ब्रह्मांड विज्ञानी हॉकिंग ने कहा है कि वेदों में रिलेटिविटी की जो थ्योरी है वो आइंस्टीन के e=mc^2 से बेहतर है. जबकि हॉकिंग ने बयान कब दिया था ऐसा कहीं भी साबित नहीं हुआ.

ये भी पढ़ें-

बयानबाजी से बुरे फंसे बिप्लब देब,PM मोदी और शाह ने किया दिल्ली तलब

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 30 Apr 2018,11:12 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT