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गुजरात के एक इंस्टीट्यूट में पीरियड्स चेक करने के लिए लड़कियों के कपड़े उतरवाने का मामला सामने आया है. ये मामला भुज के श्री सहजानंद गर्ल्स इंस्टीट्यूट (SSGI) का है. अब इस मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बयान दिया है.
रूपाणी ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा,
वहीं, इंस्टीट्यूट की डीन दर्शना ढोलकिया ने घटना से पल्ला झाड़ लिया है. उन्होंने कहा, 'ये मामला हॉस्टल का है, इसका यूनिवर्सिटी/कॉलेज से कुछ लेना देना नहीं हैं. सबकुछ लड़कियों की मर्जी से हुआ है, किसी ने उनके साथ जबरदस्ती नहीं की. किसी ने उन्हें नहीं छुआ.' डीन ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एक इंक्वायरी टीम का गठन किया गया है.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला तब शुरू हुआ जब इंस्टिट्यूट के हॉस्टल के बाहर एक इस्तेमाल किया हुआ सैनिटरी पैड मिला था. कॉलेज प्रशासन को शक हुआ कि किसी लड़की ने इसे बाथरूम की खिड़की से फेंका होगा. हॉस्टल वॉर्डन ने प्रिंसिपल को इसकी जानकारी दी और सभी लड़कियों को समन किया गया.
लड़कियों को स्वामीनारायण संप्रदाय के नियम याद दिलाने के बाद, प्रिंसिपल ने लड़कियों से कहा कि वो खुद कबूल लें कि ये किसने किया है. दो लड़कियों ने मानने के बाद भी प्रिंसिपल को जब यकीन नहीं हुआ, तो एक-एक कर सभी लड़कियों को वॉशरूम ले जाया गया और उन्हें चार महिला टीचर्स के सामने कपड़े उतराने को कहा गया.
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