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हरियाणा (Haryana) में आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश संयोजक अहमद जावेद के खिलाफ नूंह हिंसा (Nuh Violence) मामले में हत्या का मामला दर्ज किया गया है. सोहना थाने में दर्ज FIR के मुताबिक, 31 जुलाई को हुई हिंसा के दौरान जावेद पर भीड़ को बजरंग दल नेता प्रदीप कुमार की हत्या (Pradeep Kumar Murder) के लिए उकसाने का आरोप लगा है.
हमले के दौरान प्रदीप कुमार के साथ रहे प्रत्यक्षदर्शी पवन कुमार और बजरंग दल के एक अन्य कार्यकर्ता ने पुलिस को बताया कि जावेद ने लोगों के एक समूह के साथ उनके वाहन को रोका और उनसे प्रदीप पर हमला करने के लिए कहा, जो नाल्हर मंदिर से पुलिस द्वारा बचाए जाने के बाद घर जा रहे थे.
वहीं क्विंट हिंदी से बातचीत में AAP के प्रदेश संयोजक अहमद जावेद ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया और इसे साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि...
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि "मेरी मोबाइल लोकेशन देख लें और जिन टोलों से मैं निकला हूं, वहां के सीसीटीवी फुटेज निकाल लें और जहां मैं अपने रिश्तेदारी में ठहरा हूं वहां के सीसीटीवी कैमरे देख लें."
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज भी हाथ लगे हैं, जिनकी जांच की जा रही है.
अहमद जावेद पर हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ट्वीट किया, "दिल्ली में ताहिर हुसैन, हरियाणा में जावेद अहमद- जगह अलग हो सकती है, पर पार्टी एक ही है. क्या दंगा करना और मासूमों की हत्या करना ही है AAP की अलग तरह की राजनीति? जवाब दो अरविंद केजरीवाल! दंगाई और हिंदू-विरोधी AAP और केजरीवाल का चेहरा फिर हुआ उजागर."
AAP हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने कहा कि जावेद अहमद के खिलाफ झूठी FIR दर्ज की गई है. बीजेपी को हरियाणा के लोग पूरी तरह नकार चुके हैं. इसलिए बीजेपी अब दंगों का षड्यंत्र रचकर समाज को बांटने का काम कर रही है. बीजेपी खुद ही दंगे करवाती है और खुद ही दूसरी पार्टी के नेताओं पर झूठी FIR कराती है.
प्रदीप कुमार उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के पांची गांव के रहने वाले थे. वह बजरंग दल में सह संयोजक थे. प्रदीप गुरुग्राम के मारुति कुंज कॉलोनी में बर्तनों की दुकान चलाते थे.
सोमवार, 31 जुलाई को भड़की हिंसा में वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद मंगलवार रात को इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी. बुधवार को प्रदीप शर्मा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव पांची में किया गया. इस दौरान भारी भीड़ उमड़ी थी और कई गांव के लोग वहां पहुंचे थे.
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