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हरियाणा (Haryana) के पानीपत (Panipat) में पुलिस के 2 जवान आपस में भिड़ गए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दोनों ने एक दूसरे पर अवैध वसूली का आरोप लगाया. नौबत मार-पीट तक आ गई.
हेडकांस्टेबल आशीष का आरोप है गुरुवार को कुछ पुलिस कर्मचारी शहर के TDI पुल के पास वाहन चालकों से रिश्वत ले रहे थे. आशीष पुलिसकर्मियों का स्टिंग ऑपरेशन करने पहुंचे थे. इसी बीच वहां तैनात ASI की नजर उन पर पड़ी, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया.
एएसआई ने आशीष व उसकी पत्नी को भी रिश्वतखोर बताते हुए उन पर कई आरोप जड़े. इतना ही नहीं, ASI ने आशीष को पुलिस जिप्सी में बैठा कर हिरासत में भी लेने की कोशिश की. इसके बाद ASI गाड़ी में सवार होकर टीम सहित वहां से चला गया. आशीष ने मामले की शिकायत सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी है.
पुलिस को दी गई शिकायत में हेड कॉन्स्टेबल आशीष ने बताया कि वह बाबरपुर ट्रैफिक थाना में तैनात है. काफी समय से उन्हें सूचना मिल रही थी कि सेक्टर 13-17 थाना की बोलेरो गाड़ी में सवार लोग अवैध वसूली कर रहे हैं. इसके बाद वो TDI पुल के पास चेकिंग करने पहुंचे थे.
वहां जाने के बाद उन्होंने देखा कि ASI मुकेश व उसके साथ एक और सिपाही अवैध वसूली कर रहा था. उन्होंने वहां कई ट्रैक्टर व गाड़ियों को रोका हुआ था. जब आशीष ने इसका विरोध किया तो दोनों ने गाली-गलौज और मारपीट के साथ जान से मारने की धमकी भी दी. लोगों की भीड़ बढ़ती देखकर दोनों मौके से गाड़ी में सवार होकर भाग गए. कॉन्सटेबल आशीष ने मांग की है कि इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए.
एएसआई मुकेश कुमार का कहना है अवैध वसूली के आरोप निराधार हैं. मैं टीडीआई पुल के पास अपनी ड्यूटी कर रहा था, इसी दौरान हेड कांस्टेबल आशीष वहां पर आए और ड्यूटी के बारे में पूछने लगे. जब मैंने इसके जवाब में कहा कि वह मेरी ड्यूटी के बारे में नहीं पूछ सकते तो इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई.
बता दें कि इस मामले पर पानीपत पुलिस के आला अधिकारी बोलने को तैयार नही हैं.
हेड कांस्टेबल आशीष उर्फ सिंघम ने कहा कि एएसआई मुकेश त्यागी वसूली कर रहा था और पुलिसवालों ने गाड़ी खड़ी करके अवैध वसूली शुरू कर रखी थी. मेरे पास लोगों का फोन आया कि अवैध वसूली हो रही है.
कॉन्स्टेबल आशीष ने बताया कि इसके बारे में एसपी साहब के पास भी शिकायत हो चुकी है लेकिन उन्होंने इन बातों को दरकिनार कर दिया, एसपी साहब को भी पता नही क्यों सांप सूंघ गया है. आज के मामले से संबंधित जब मैंने थाने में शिकायत की, जिसके बाद मुझे कहा गया कि पुलिस लाइन चले जाओ. जितना मुझसे हो सका मैंने भ्रष्टाचार रोका और अतिक्रमण हटाया, मैं लगातार कार्रवाई कर रहा था.
आशीष ने आगे कहा कि मैं रिश्वतखोरों को पकड़ रहा हूं, इसमें आपको क्या दिक्कत है. आप काबिल नहीं हो, एक सिपाही रिश्वतखोरों को पकड़ रहा है...शर्म आनी चाहिए आपको. शुरू में ट्रैफिक से सब रिश्वत लेते थे, किसी भी आईपीएस से रिश्वत बंद नहीं हुआ...मैंने बंद किया, इस बात का गवाह पानीपत का बच्चा-बच्चा है.
एएसआई मुकेश कुमार ने कहा कि मैं टीडीआई मोड़ पर खड़ा था, सरकारी गाड़ी थी और मेरे साथ एक सिपाही था. आशीष आया और मुझसे कहने लगा कि यहां किस लिए और किससे आदेश से खड़े हो.
उन्होंने आगे कहा कि उसका यही काम है, धंधा बना रखा है. वो अपने साथ प्राइवेट आदमी रखता है, वीडियो बनावाता है और फेसबुक पर अपलोड कर देता है. वो अपनी ड्यूटी छोड़कर मेरे पास क्यों आया?
(इनपुट- परवेज खान)
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