advertisement
वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
हाथरस केस (Hathras) के आरोपियों को सपोर्ट कर रहे और एक वायरल वीडियो में भीम आर्मी चीफ को पुलिस के सामने धमकी देने वाले शख्स ने अब खुली धमकी दी है. स्थानीय आरक्षण विरोधी संगठन, राष्ट्रीय सवर्ण संगठन के संस्थापक पंकज धवरैया हाथरस कथित गैंगरेप मामले के आरोपियों को समर्थन दे रहे हैं. क्विंट से फोन कॉल पर हुई बातचीत में धवरैया ने कहा कि अगर नेताओं ने पीड़ित परिवार से मिलना बंद नहीं किया, तो “वो अपने कार्यकर्ताओं को रोक नहीं पाएंगे.”
RSS के पूर्व सदस्य पंकज धवरैया 19 साल की दलित लड़की के कथित गैंगरेप और हत्या के आरोपी, चार ठाकुरों के समर्थन में लोगों का नेतृत्व कर रहे हैं.
4 अक्टूबर को, धवरैया ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वो पीड़ित परिवार से मिलने गए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को धमकी देते नजर आ रहे हैं. वहीं, इस दौरान पीछे पुलिसवाल तमाशबीन बने खड़े हैं.
क्विंट से बात करते हुए, धवरैया ने कहा, “अगर मुझे उन्हें धमकी देनी होती, मेरे पास हजारों लोग हैं जो गांव के अंदर उन्हें पीट देंगे. कौन हमें रोकता, बताइए? मैं भी किसी तरह की हिंसा नहीं चाहता, लेकिन अगर नेता नहीं रुके, तो हिंसा होगी. मैं फिर पुलिस प्रशासन की ओर इशारा करूंगा. फिर मैं अपने कार्यकर्ताओं को भी नहीं रोकूंगा.”
इस फोन कॉल के बाद, क्विंट ने तुरंत उत्तर प्रदेश डीजीपी और अलीगढ़ आईजी को इसकी सूचना दी, जिन्होंने धवरैया के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, “जो कोई भी समुदायों के बीच दूरी बनाने की कोशिश करेगा या शांति भंग करेगा, उसे दंडित किया जाएगा. इससे फर्क नहीं पड़ता कि वो किस जाति से हैं.”
6 अक्टूबर को, धवरैया के खिलाफ IPC की धारा 188 (पब्लिक सर्वेंट का आदेश न मानना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की गई थी. अभी तक, इस मामले में “अज्ञात” लोगों के खिलाफ राजद्रोह और साजिश के आरोप से संबंधित 19 FIR दर्ज की गई हैं.
हाथरस के रहने वाले पंकज धवरैया का कहना है कि उनका संगठन उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में फैला है. उनकी फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक, वो राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) के पूर्व सदस्य रह चुके हैं और 2016 में इससे अलग हो गए. उन्होंने क्विंट से कहा, "SC/ST एक्ट पर बीजेपी के रुख के खिलाफ विरोध के बाद मैं RSS से अलग हो गया. ये पुरानी बात है."
धवरैया ने कहा कि ये संगठन चलाना ही अभी उनका इकलौता काम है. उन्होंने ये भी बताया कि हाथरस मामले को लेकर पुलिस ने उनपर आगे कोई भी आयोजन करने पर रोक लगा दी है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)