advertisement
गर्मी का सीजन शुरू होते ही पारा काफी तेजी से ऊपर जा रहा है. देश के कई हिस्सों में तापमान में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिल्ली समेत देश के कई भागों में आने वाले 3 दिनों में तापमान और बढ़ने वाला है. ऐसे में आंध्र प्रदेश की एक घटना से सबक लेते हुए चेत जाने की जरूरत है.
दरअसल, आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में तापमान 45 डिग्री तक चला गया. स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, यानम शहर के पास तल्लारेवु गांव के एक वृद्ध दम्पति की मौत हीट स्ट्रोक की वजह से हो गई.
बुजुर्ग दंपति एक निजी स्कूल में काम कर रहे थे. काम से लौट कर घर आने पर पहले 75 साल के जी कामराजू की तबीयत बिगड़ गई. जैसे ही आस-पास के लोग उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश कर रहे थे, इतने में ही उनकी 70 साल की पत्नी सुभद्रमा भी हीट स्ट्रोक की वजह से बेहोश होकर गिर गईं. अस्पताल ले जाने से पहले ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. मृतक दंपत्ति के परिवार में अब उनके दो बेटे बचे हैं.
स्थानीय जिला प्रशासन ने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है. जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि लोग खुले में काम नहीं करें और हीट स्ट्रोक से बचने के लिए ग्लूकोज के पैकेट का इस्तेमाल करें.
लू लगना यानी हीट स्ट्रोक गर्मी के महीने में काफी आम बात है. अगर वक्त रहते अगर सही कदम न उठाया जाए, तो ये जानलेवा साबित हो सकता है. हीट स्ट्रोक या लू लगने के क्या लक्षण हैं, लू लगने पर क्या करें और क्या न करें, आइए जानते हैं
हीट स्ट्रोक के लक्षण
तेज बुखार, जिसमें शरीर का तापमान 104 डिग्री फॉरेनहाइट से अधिक जा सकता है, बेहोशी के लक्षण आना, खूब पसीना आना, थकन, कमजोरी, सिरदर्द आदि.
गर्मी में इंसान के शरीर में पानी की कमी से डिहाइड्रेशन होने की आशंका बढ़ जाती है. गर्मी में ज्यादा देर धूप में रहने से शरीर से अधिक मात्रा में पसीना निकलने के कारण पानी की कमी हो जाती है. इससे सर में दर्द, थकान, सुस्ती, भूख का कम होना बदन में ऐंठन, उल्टी होना, पेट मे दर्द, जलन, दस्त होना, चक्कर आना साथ ही मानसिक संतुलन बिगड़ने जैसे हालात पैदा हो जाते हैं.
ढेर सारा पानी का सेवन करें
लू लगने की मुख्य वजह डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी होती है. इससे बचने के लिए ढेर सारा पेय पदार्थ का सेवन करें. इसमें कच्चे आम को पकाकर या उबाल कर उसे पानी के साथ नियमित अंतराल पर लेते रहें.
प्याज का जूस
लू लगने से बचाने में प्याज का जूस काफी मददगार है. रोजाना एक चम्मच प्याज का जूस थोड़े से शहद के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं.
छाछ और लस्सी
छाछ और लस्सी रोजाना पिएंगे तो खुद को हीट स्ट्रोक या लू लगने से बचा पाएंगे. बाजार में खुले में बिकने वाले जूस के सेवन से बचें. ये बहुत घातक हो सकता है.
खाली पेट न रहें
गर्मी के महीने में खली पेट कभी न बाहर निकलें. ऐसे में लू लगने का खतरा अधिक बढ़ जाता है. घर से बाहर निकलते समय खाली पेट न जाएं, अधिक देर भूखे रहने से भी बचना चाहिए. घर से बाहर निकलते समय शिकंजी, ठंडा शर्बत या पानी जरूर पी लेना चाहिए
लू से बच्चों का खास खयाल रखें. बच्चों को पानी के साथ-साथ ग्लूकोज, जूस, छाछ और नारियल पानी जैसी चीजें भरपूर मात्रा में दें. आम पन्ना और गन्ने का रस भी लू लगने से बचाता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)