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पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश मौसम बिगड़ने से हालात बद से बदतर हो गये हैं. राज्यों के अलग-अलग जिलों में हो रही भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं. जबकि कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं और इसका असर आवागमन पर भी पड़ा है.
हिमाचल प्रदेश के सोलन में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई और शिमला में शिव मंदिर ढहने से 9 की मौत हो गई. हालांकि, अभी मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बारिश के कहर के कारण रविवार रात से अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई है.
हिमाचल प्रदेश में हुई त्रासदी पर सीएम सुखविंदर सिंह 'सुक्खू' ने दुख जताते हुए लोगों से फिसलन वाले क्षेत्रों से बचने और जल निकायों से दूर रहने की अपील की है.
सुखविंदर सिंह 'सुक्खू' ने ट्वीट कर लिखा, "हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर त्रासदी हुई है, पिछले 48 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. राज्य के विभिन्न हिस्सों से बादल फटने और भूस्खलन की खबरें सामने आई हैं, जिससे बहुमूल्य जान-माल का नुकसान हुआ है. मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे फिसलन वाले क्षेत्रों से बचें और जल निकायों से दूर रहें."
उत्तराखंड में बारिश की स्थिति पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक की. धामी ने ट्वीट कर लिखा, "उत्तराखण्ड में हो रही भारी बारिश के संबंध में शासकीय आवास पर उच्चस्तरीय बैठक की. इस दौरान अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों एवं वहां किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की."
उत्तराखंड के चमोली स्थित नगर पंचायत पीपलकोटी के मायापुर में रविवार (13 अगस्त) देर रात हुई तेज बारिश से भारी नुकसान हुआ है.
ANI से बात करते हुए चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया, "पीपलकोटी में पहाड़ से भारी मलबा आने के कारण कई गाड़ियां मलबे में दब गईं और सड़कें बंद हो गईं. फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है."
ऋषिकेश के आसपास के इलाकों में कई जगहों पर जलभराव हुआ है. आईडीपीएल, श्यामपुर, गुमानी वाला, खारा स्रोत में बारिश के पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है.
उत्तराखंड के चमोली में भारी बारिश हुई के बाद रविवार रात जिले के नंदानगर क्षेत्र में नंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया. जबकि देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. वहीं, देहरादून डिफेंस कॉलेज की इमारत ढह गई.
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल स्थित श्रीनगर में रात से लगातार हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी उफान पर है.
हिमाचल प्रदेश के सोलन में कंडाघाट उपमंडल के जादोन गांव में बादल फटने की 7 लोगों की मौत हो गई है. घटना पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह 'सुक्खू' ने शोक व्यक्त किया है.
उन्होंने ट्वीट किया, "हमने अधिकारियों को इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और समर्थन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है."
बताया जा रहा है कि बादल फटने के बाद भारी मलबा आया, जिसमें घर पानी की तरह बह गए और अंदर सोए हुए लोग मलबे की चपेट में आ गए.
NDTV के अनुसार, SP सोलन गौरव सिंह ने कहा कि मृतकों की पहचान सोलन में मृतकों की पहचान हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में हुई है.
शिमला में भूस्खलन के कारण एक मंदिर ढह गया.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह 'सुक्खू' ने ट्वीट कर लिखा, "शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में "शिव मंदिर" ढह गया. अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं. स्थानीय प्रशासन उन लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है जो अभी भी फंसे हो सकते हैं. शांति"
ANI से बात करते हुए SP शिमला संजीव कुमार गांधी ने कहा, "भूस्खलन में एक मंदिर ढह गया. इससे आसपास की इमारतों को भी खतरा है. कई लोग फंसे हुए हैं, अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है."
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंडी के बल्ह घाटी में 100 से अधिक गांव डूब गए हैं.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण प्रदेश में 752 सड़कें बंद हैं. भारी बारिश के मद्देनजर पहाड़ी राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान को बंद कर दिया गया
मुख्यमंत्री ने भारी बारिश के मद्देनजर मुख्य सचिव, गृह सचिव के साथ-साथ सभी डीसी को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रशासनिक अमला सतर्क रहे और सड़क, बिजली और पानी की सुचारू व्यवस्था बनाए रखे.
राज्य के शिक्षा विभाग ने एक अधिसूचना जारी कर जानकारी दी कि 14 अगस्त को होने वाली बीएड परीक्षाओं सहित पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाओं की सभी चल रही परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं.
IMD ने 14 और 15 अगस्त को उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना जताई है. जबकि हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर भी 14 अगस्त को भारी बारिश की बात कही है.
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