Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019हिंदी दिवस: बनारस के लमही में आज कैसा दिखता है मुंशी प्रेमचंद का घर, 10 तस्वीरें

हिंदी दिवस: बनारस के लमही में आज कैसा दिखता है मुंशी प्रेमचंद का घर, 10 तस्वीरें

Hindi Diwas पर हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार प्रेमचंद के वाराणसी में पैतृक निवास स्थान से क्विंट की ग्राउंड रिपोर्ट

धनंजय कुमार
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>हिंदी दिवस: बनारस के लमही में आज कैसा दिखता है मुंशी प्रेमचंद का घर</p></div>
i

हिंदी दिवस: बनारस के लमही में आज कैसा दिखता है मुंशी प्रेमचंद का घर

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

advertisement

मुंशी प्रेमचंद के घर के बाहर एक बोर्ड लगा है जो बताता है कि ये प्रेमचंद का पैतृक निवास स्थान है.

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

मुंशी प्रेमचंद का जन्म इसी स्थान पर हुआ था जहां ये मूर्ति बनी है. ये उनके घर का ही हिस्सा है.

(फोटो- धनंजय कुमा र/ क्विंट)

बांई ओर मुंशी प्रेमचंद का घर है, बीच में सड़क और दाई ओर मंदिर है. ये लमही गांव के बीच से गुजरने वाली मुख्य सड़क है.

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

मुंशी प्रेमचंद का घर, मुख्य सड़क की ओर से

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

मुंशी प्रेमचंद के घर के अंदर की फोटो

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

प्रेमचंद के घर ज्ञानचंद! ये मुंशी जी के घर के बाहर की तस्वीर है. इसपर किसी स्थानीय पार्षद प्रत्याशी ने अपना पोस्टर लगा दिया है.

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

प्रेमचंद के घर में मौजूद पुराना कुंआ.

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

ये प्रेमचंद के घर के ठीक सामने 'प्रेमचंद रिसर्च सेंटर' है.

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

प्रेमचंद की कहनियों के प्रतीकों को उनके गांव के गेट पर बनाया गया है.

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

लमही गांव का प्रवेश द्वार

(फोटो- धनंजय कुमार/ क्विंट)

भारतीय हिंदी साहित्य के युग प्रवर्तक और उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद को याद किए बिना शायद हिंदी दिवस अधूरा है. इसलिए इस हिंदी दिवस क्विंट की टीम बनारस में प्रेमचंद के पैतृक निवास स्थान से कुछ ताजा तस्वीरें लेकर आई है. प्रेमचंद की कहानियों के प्रतीकों को उनके गांव के प्रवेश द्वार पर बनाया गया है, उनके घर के ठीक सामने 'प्रेमचंद रिसर्च सेंटर' है. उनके घर में पुराना कुंआ आज भी मौजूद है. ज्ञानचंद नाम के स्थानीय पार्षद प्रत्याशी ने उनके घर की दिवार पर अपना पोस्टर लगा दिया है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT