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सिटिजन अमेंडमेंट कानून के खिलाफ दिल्ली की जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी और इससे सटे इलाके में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं, सामाजिक कार्यकर्ता और एक्टिविस्ट भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद यहां जमे हुए हैं और एक दूसरे की हौसला अफजाई कर रहे हैं.
गुरुवार को इन प्रदर्शनकारियों ने एकता दिखाते हुए मुस्लिम प्रदर्शनकारियों को नमाज के दौरान सुरक्षा देने के लिए हिंदू और सिख प्रदर्शनकारियों ने घेरा बना लिया. नमाज पढ़ने में कोई बाधा न आए इसके लिए प्रदर्शनकारियों ने पुख्ता इंतजाम कर लिया था.
जामिया में प्रदर्शन के दौरान छात्र-छात्राओं को हुजूम उमड़ पड़ा है. पुलिस की ओर से लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले दागने के बावजूद प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं. प्रदर्शनकारियों को हर तबके और धर्म के लोगों का समर्थन मिल रहा है. कुछ सिख कार्यकर्ता लगातार इन प्रदशर्नकारियों की मदद करते दिखे.
इस बीच, पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प के बाद अब कुछ स्टूडेंट्स ने हॉस्टल खाली करने शुरू कर दिए हैं. जामिया हॉस्टल से लगभग दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स अपने अपने घर जा चुके हैं. जामिया टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव प्रोफेसर माजिद जमील ने बताया कि 70 फीसदी से ज्यादा छात्रों ने हॉस्टल खाली कर दिए हैं. जामिया के हॉस्टल में करीब 3,000 छात्र रहते हैं.
दूसरी ओर दिल्ली, लखनऊ और पूर्वोत्तर के राज्यों समेत देश के कई इलाकों में सीएए और एनआसी के खिलाफ प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया है. बेंगुलुरू में इस विरोध की वजह से इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले लिया गया. दिल्ली में स्वराज अभियान के अध्यक्ष स्वराज अभियान को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया गया . योगेंद्र यादव दिल्ली के लाल किला पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गए थे. फिल्म अभिनेत्री अपर्णा सेन को भी हिरासत में लिया गया है.
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