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हिंदू युवा वाहिनी (Hindu Yuva Vahini) और सुदर्शन न्यूज के मुख्य संपादक सुरेश चव्हाणके (Suresh Chavhanke) सहित हिंदू दक्षिणपंथी समूहों का एक वीडियो बुधवार 22 दिसंबर को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसमें इन हिंदूवादी संगठन के लोगों को "भारत को एक हिंदू राष्ट्र में बदलने के लिए. "लड़ो, मरो और अगर जरूरी हो, तो मारो" की शपथ लेते हुए देखा जा सकता है.
स्क्रॉल डॉट इन की रिपोर्ट के अनुसार 19 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में हिंदू युवा वाहिनी के एक कार्यक्रम के दौरान चव्हाणके ने शपथ दिलाई.
वीडियो में देखा जा सकता है कि सुरेश चव्हाणके वहां मौजूद लोगों को एक हाथ ऊपर उठवाकर मरने और मारने की शपथ दिलवा रहा है.
धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा करने के लिए वहां मौजूद लोगों को भड़काने वाले वीडियो ने नागरिक समाज के कई वर्गों में आक्रोश पैदा कर दिया है, युवा कांग्रेस के सदस्यों ने ट्विटर पर पूछा कि क्या सांप्रदायिक भाषण गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आता है?
इस बीच, लेखिका और कार्यकर्ता मीना कंदासामी ने इस घटना की निंदा की और लिखा, "ये अब कोई मामूली गतिविधि नहीं है यह मुख्यधारा की हिंदुत्ववादी ताकतों की पूरी मिलीभगत से हो रहा है. भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए जान से मारने की धमकी देना, हल्की शब्दावली में "जेनोसाइड" है, और इसका वास्तविक अनुवाद है , "मुस्लिम नरसंहार"!
एश्लिन मैथ्यू नाम के पत्रकार ने लिखा , "भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए जान से मारने की भी शपथ. यह नई दिल्ली में हुआ जहां पुलिस कुछ नहीं कर रही है. हम कहां हैं, यह समझने से पहले क्या हमें और उदाहरणों की आवश्यकता है? मौत और हत्याएं हमें घूरेंगी."
पत्रकार श्याम मीरा सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट करते हुए लिखा कि, "राजधानी दिल्ली में शपथ ली जा रही है कि “अगर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए हत्या (मारने) करने की जरूरत पड़ेगी तो करेंगे” प्रधानमंत्री @narendramodi जी आपके लोग और कितनी हत्याएं करना चाहते हैं? आप भारत को संविधान निर्धारित लोकतांत्रिक राष्ट्र चाहते हैं कि हिंदू राष्ट्र?
दिल्ली में हुआ ये कार्यक्रम उत्तराखंड के तीर्थ शहर हरिद्वार में तीन दिवसीय अभद्र भाषा सम्मेलन के बाद हुआ है.
हरिद्वार में आयोजित हुए कार्यक्रम में कई भाषणों के वीडियो आए जिसमें उपस्थित लोगों को अल्पसंख्यकों को मारने और उनके धार्मिक स्थलों पर हमला करने के लिए उकसाया गया था जो बाद में ऑनलाइन उपलब्ध कराए गए.
जबकि प्रशासन अभी भी यह तय करने का इंतजार कर रहा है कि हिंदुत्व से नफरत करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए, सभा में अन्नपूर्णा मां, बिहार के धर्मदास महाराज, आनंद स्वरूप महाराज, सागर सिंधुराज महाराज, स्वामी प्रेमानंद महाराज और बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय जैसे वक्ता थे.
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