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भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तानी एजेंसियों को ऐसा चकमा दिया कि वह आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के मुख्यालय बहावलपुर को बचाने में ही उलझीं रहीं, और तब तक इंडियन एयर फोर्स ने हवाई हमला कर बालाकोट स्थित जैश के गढ़ को उड़ा दिया.
बताया जा रहा है कि हमला करने से पहले इंडियन एयर फोर्स ने संशय पैदा कर दिया. शुरुआत में बताया गया कि एयर फोर्स का मुख्य लक्ष्य बहावलपुर स्थित जैश का मुख्यालय था. पाकिस्तानी एजेंसियां बहावलपुर को बचाने में व्यस्त हो गईं, जबकि एयर फोर्स का मुख्य टारगेट बालाकोट था.
हवाई हमले के बाद इलाके में कोई गतिविधि नहीं देखी गई और ना ही भारतीय एजेंसियों ने एयर फोर्स की गतिविधियों से संबंधित कोई रेडियो बातचीत सुनी.
पुलवामा हमले के बाद भारत ने जब कार्रवाई का फैसला किया था, तब जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ होने के कारण पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा स्थित बालाकोट भारतीय खुफिया एजेंसियों के रडार पर था. खुफिया एजेंसियों को पूरा विश्वास था कि पुलवामा हमले की योजना भी बालाकोट में बनाई गई थी. इसके अलावा मसूद अजहर के बेटे अब्दुल्लाह और पुलवामा हमले के मुख्य साजिशकर्ता गाजी ने भी यहीं से प्रशिक्षण लिया था.
नियंत्रण रेखा से दूर होने के कारण बालाकोट आतंकवादी प्रशिक्षण के लिए सुरक्षित है. यहां तक कि नियंत्रण रेखा पर भारतीय गश्ती दल पर हमला करने वाले पाकिस्तानी सेना के सीमा कार्रवाई दल (बीएटी) ने बालाकोट में ही प्रशिक्षण लिया है.
आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के 12 दिनों बाद भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया.
इस हवाई हमले में 'बड़ी संख्या में' आतंकवादी और उनके प्रशिक्षक मारे गए हैं. इसके कुछ घंटे के भीतर पाकिस्तान ने मुहंतोड़ जवाब देने की धमकी दी है.
(इनपुटः IANS)
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