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New Election Commissioners: आईएएस सुखबीर सिंह संधू और ज्ञानेश कुमार को चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त कर दिया गया है. राष्ट्रपति मुर्मू ने दोनों के नियुक्ति पर मुहर लगा दी है. इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया था कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कमेटी की बैठक में दोनों के नाम पर सहमति बनी. आइए जानते हैं दोनों नए चुनाव आयुक्त का अबतक का करियर कैसा रहा है?
सुखबीर सिंह संधू 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जो एनएचएआई (NHAI) के अध्यक्ष के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर भी थे. सिंधू ने केंद्र और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी काम किया है.
संधू उत्तराखंड में मुख्य सचिव थे. उनका वर्तमान कार्यकाल 31 जनवरी, 2024 को समाप्त हो गया. वो जुलाई 2023 के अंत में रिटायर होने वाले थे. लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जून में केंद्र को पत्र लिखकर उनके कार्यकाल में छह महीने तक बढ़ाने की मांग की थी.
धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद जुलाई 2021 में संधू को मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था.
उन्होंने अकाली दल-बीजेपी सरकारों के दौरान पंजाब में भी काम किया है और वह तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के सचिव रह चुके हैं. संधू ने MBBS की पढ़ाई सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर और गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने लॉ की भी पढ़ाई की है.
ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के 1988 बैच के IAS अधिकारी हैं. वो कुछ दिन पहले ही सहकारिता मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हुए हैं. इस मंत्रालय के गठन के समय से ही ज्ञानेश कुमार ने यहां काम किया था.
2019 में जब अनुच्छेद 370 को केंद्र सरकार ने खत्म किया था तो उस वक्त कुमार ने गृह मंत्रालय में जम्मू-कश्मीर डेस्क का नेतृत्व किया. यह विभाग गृह मंत्री अमित शाह के पास है.
अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद, 3 सदस्यीय चुनाव पैनल में केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही बचे थे, जबकि लोकसभा चुनाव कुछ ही हफ्ते दूर थे. चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे 65 वर्ष की आयु पूरी करने पर 14 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गये थे.
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