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हवा में फैले सूक्ष्म कणों से व्यक्ति की सुरक्षा के लिए पहने जाने वाले सभी तरह के मास्क के निर्यात पर भारत सरकार ने शुक्रवार को प्रतिबंध लगा दिया. इसमें इस प्रयोजन में इस्तेमाल किए जाने वाले सेफ्टी वियर और उपकरण भी शामिल हैं. यह पाबंदी अगले आदेश तक लागू रहेगी.
चीन में कोरोनावायरस फैलने के बाद इस तरह के प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ने की संभावना देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है. कोरोनावायरस से चीन में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि इससे प्रभावित लोगों की संख्या करीब 10,000 तक पहुंच गयी है.
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक नोटिफिकेशन जारी कर कहा, ‘‘ वायु प्रदूषकों से रक्षा के लिए इस्तेमाल होने वाले मास्क और कपड़ों समेत निजी सुरक्षा में प्रयोग किए जाने वाले इस प्रकार के सामानों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसमें एन95 मास्क समेत अन्य सभी तरह के सुरक्षा मास्क और कपड़े के रुमाल इत्यादि शामिल हैं. इनके निर्यात पर अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है.’’ एक अन्य आदेश में डीजीएफटी ने चीन से कागज के आयात पर भी रोक लगा दी है.
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इसके अलावा सरकार ने चीन के वुहान से भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए शुक्रवार रात को दिल्ली से एयर इंडिया के स्पेशल फ्लाइट बी-747 को रवाना किया. इस विमान में 324 भारतीयों को वापस लाया जा रहा है. इससे पहले एयर इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विनी लोहानी ने बताया कि विमान के अंदर यात्रियों को कोई सेवा नहीं दी जाएगी. यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के बीच कोई संपर्क नहीं होगा. उन्हें जो भी खाना इत्यादि दिया जाएगा, वह पहले से उनके सीट के पॉकेट में रख दिया जाएगा. यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के लिए मास्क की भी व्यवस्था की गई.
बता दें कि सरकार ने चीन के हुबेई प्रांत में फंसे 600 से ज्यादा भारतीयों से स्वदेश वापसी के लिए संपर्क किया है.
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